एक्ज़िम बैंक मालदीव की परियोजना के लिए 400 मिलियन डॉलर प्रदान करेगा
भारतीय रिजर्व बैंक ने घोषणा की है कि एक्सपोर्ट-इंपोर्ट बैंक ऑफ इंडिया (एक्जिम बैंक) मालदीव को 400 मिलियन अमरीकी डालर प्रदान करेगा। यह फण्ड ग्रेटर माले कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट के लिए प्रदान करेगा।
मुख्य बिंदु
- एक्जिम बैंक ने 12 अक्टूबर, 2020 को 400 मिलियन डालर की लाइन प्रदान करने के लिए मालदीव सरकार के साथ एक समझौते पर हस्ताक्षर किए थे।
- क्रेडिट ऑफ लाइन के तहत समझौता 28 जनवरी, 2021 से प्रभावी है।
ग्रेटर माले कनेक्टिविटी प्रोजेक्ट (GMCP)
- जीएमसीपी परियोजना मालदीव के वर्तमान राष्ट्रपति इब्राहिम मोहम्मद सोलीह का एक चुनावी वादा था।
- यह परियोजना गुलिफालु पोर्ट और थिलाफुशी औद्योगिक क्षेत्र को 7 किलोमीटर लंबे पुल से जोड़ेगी।
- यह मालदीव, विलिंगिली, गुलिफालु और थिलाफुशी जैसे चार द्वीपों के बीच कनेक्टिविटी को सुव्यवस्थित करेगी।
- यह आर्थिक गतिविधियों को बढ़ाने में मदद करेगी और रोजगार भी पैदा करेगी।
- यह मालदीव के माले क्षेत्र में समग्र शहरी विकास को भी बढ़ावा देगा।
भारत-मालदीव संबंध
मालदीव के साथ भारत के संबंध 1966 में स्थापित किया गया था। भारत उन देशों में से है जिन्होंने 1965 में अपनी स्वतंत्रता प्राप्त करने के बाद मालदीव को मान्यता दी थी। दोनों देश एक भाषाई, धार्मिक, सांस्कृतिक और वाणिज्यिक लिंक साझा करते हैं। वर्तमान में, मालदीव में 25,000 भारतीय नागरिक रहते हैं। दोनों देश सार्क के संस्थापक सदस्य हैं। भारत मालदीव को भी अपनी ‘नेबरहुड फर्स्ट’ नीति का हिस्सा मानता है।
Originally written on
February 12, 2021
and last modified on
February 12, 2021.