एआई प्रशिक्षण में कॉपीराइट कानून और फेयर यूज़: अमेरिकी अदालतों के हालिया फैसले से नया मोड़

अमेरिका की दो संघीय अदालतों ने हाल ही में दिए गए फैसलों में कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI) प्रशिक्षण के लिए कॉपीराइट सामग्री के उपयोग को लेकर अलग-अलग पहलुओं को उजागर किया है। इन फैसलों से यह स्पष्ट होता है कि जहां कुछ एआई उपयोगों को ‘फेयर यूज़’ के तहत संरक्षित माना गया है, वहीं कुछ कार्रवाइयों को कॉपीराइट उल्लंघन माना गया है।

एंथ्रोपिक मामला: फेयर यूज़ और अवैध संग्रहण का भेद

संघीय न्यायाधीश विलियम एल्सप ने एंथ्रोपिक के क्लॉड एआई मॉडल में उपयोग की गई पुस्तकों के प्रशिक्षण को “बहुत अधिक रूपांतरकारी” बताते हुए इसे फेयर यूज़ करार दिया। उन्होंने कहा, “जैसे कोई पाठक लेखक बनने की आकांक्षा रखता है, वैसे ही एंथ्रोपिक की एलएलएम्स मौलिकता की ओर मुड़ती हैं।”
हालांकि, न्यायालय ने कंपनी द्वारा 70 लाख से अधिक पायरेटेड पुस्तकों को केंद्रीय लाइब्रेरी में संग्रहीत करने को कॉपीराइट उल्लंघन माना और इस मुद्दे पर दिसंबर में जूरी ट्रायल का आदेश दिया। प्रत्येक उल्लंघन के लिए अधिकतम $150,000 का हर्जाना संभावित है।

मेटा को भी फेयर यूज़ से राहत

एक अन्य मामले में न्यायाधीश विंस चाब्रिया ने मेटा द्वारा 13 लेखकों की पुस्तकों को AI मॉडल के प्रशिक्षण में उपयोग को फेयर यूज़ माना। उनका निर्णय मुख्य रूप से यह स्थापित करता है कि मेटा के कार्यों से लेखकों की पुस्तकों की बिक्री या आमदनी में कोई ठोस गिरावट नहीं आई। उन्होंने लिखा, “जब तक बाजार को नुकसान नहीं होता, ऐसे मामलों में कॉपीराइट उल्लंघन का दावा कमजोर होता है।”

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • अमेरिकी कॉपीराइट कानून के तहत “फेयर यूज़” तब लागू होता है जब नया कार्य रूपांतरकारी हो, गैर-व्यावसायिक हो, और मूल सामग्री के बाजार को नुकसान न पहुंचाए।
  • फेयर यूज़ का मूल्यांकन चार कारकों पर होता है: उद्देश्य, प्रकृति, प्रयुक्त अंश की मात्रा, और बाजार पर प्रभाव।
  • जानबूझकर उल्लंघन के लिए प्रति कार्य अधिकतम $150,000 तक का हर्जाना तय किया जा सकता है।
  • एंथ्रोपिक को Google और Amazon जैसी कंपनियों का समर्थन प्राप्त है।

क्या कहते हैं विशेषज्ञ?

विधि विशेषज्ञों का मानना है कि एआई प्रशिक्षण में कॉपीराइट सामग्री का उपयोग एक कानूनी ग्रे ज़ोन बना हुआ है। कार्डोज़ो लॉ स्कूल के प्रोफेसर जैकब नोती-विक्टर ने कहा, “फेयर यूज़ का बाजार पर प्रभाव आधारित मूल्यांकन भविष्य में और अधिक जटिल मुकदमों को जन्म देगा।”

निष्कर्ष: तकनीकी नवाचार और रचनात्मक अधिकारों के बीच संतुलन आवश्यक

हालिया फैसले इस दिशा में पहला कानूनी संकेत हैं कि एआई कंपनियों को प्रशिक्षण के लिए रचनात्मक सामग्री के उपयोग की स्वतंत्रता मिल सकती है—लेकिन इसकी सीमाएं स्पष्ट हैं। जहां रूपांतरकारी उपयोग फेयर यूज़ के तहत आ सकता है, वहीं स्रोत सामग्री का पायरेटेड होना गंभीर उल्लंघन माना जाएगा।
इस बहस का भविष्य इस बात पर निर्भर करेगा कि तकनीकी कंपनियाँ किस हद तक कानूनी रूप से सामग्री हासिल कर प्रशिक्षण करती हैं और रचनाकारों को उचित मुआवज़ा देती हैं। एआई नवाचार और कॉपीराइट संरक्षण के बीच संतुलन ही आने वाले वर्षों में इस क्षेत्र की दिशा तय करेगा।

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