ऊर्जा संरक्षण में उत्कृष्टता का सम्मान: 35वें राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार 2025 के लिए आवेदन आमंत्रित

भारत सरकार के विद्युत मंत्रालय के अधीन ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (BEE) ने 35वें राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण पुरस्कार (NECA) 2025 के लिए आवेदन आमंत्रित किए हैं। यह पुरस्कार देश के सबसे प्रतिष्ठित मंचों में से एक है, जो ऊर्जा दक्षता और संरक्षण के क्षेत्र में उत्कृष्टता, नवाचार और नेतृत्व को सम्मानित करता है। यह समारोह 14 दिसंबर 2025 को विज्ञान भवन, नई दिल्ली में राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस के अवसर पर आयोजित होगा, जिसकी अध्यक्षता भारत की माननीय राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू करेंगी।
ऊर्जा दक्षता को प्रोत्साहन का माध्यम
NECA की शुरुआत 1991 में हुई थी, जिसका उद्देश्य उद्योगों, भवनों, परिवहन संगठनों और संस्थानों द्वारा ऊर्जा खपत में कमी और दक्षता बढ़ाने के प्रयासों को मान्यता देना था। बीते साढ़े तीन दशकों में यह पुरस्कार भारत की सतत विकास और जलवायु प्रतिबद्धता का प्रतीक बन गया है। इसके माध्यम से BEE और विद्युत मंत्रालय पूरे देश में ऊर्जा जागरूकता की संस्कृति को बढ़ावा देने का कार्य कर रहे हैं।
पुरस्कार की श्रेणियां और नवीन पहल
NECA 2025 में विभिन्न क्षेत्रों में असाधारण उपलब्धियों को सम्मानित किया जाएगा, जिनमें शामिल हैं:
- उद्योग
- परिवहन
- भवन
- संस्थान (राज्य/राज्य नामित एजेंसियाँ – राज्य ऊर्जा दक्षता सूचकांक के माध्यम से मूल्यांकन)
- ऊर्जा-कुशल उपकरण
- ऊर्जा दक्षता नवाचार
नई श्रेणी: इस वर्ष पहली बार “डिजिटल कंटेंट क्रिएटर्स और इन्फ्लुएंसर्स” के लिए एक विशेष श्रेणी जोड़ी गई है। यह पहल सोशल मीडिया के बढ़ते प्रभाव को ध्यान में रखते हुए की गई है, जिससे जनता में ऊर्जा संरक्षण के प्रति जागरूकता फैलाई जा सके। यह “Mission LiFE” — पर्यावरण के लिए जीवनशैली — के दृष्टिकोण से मेल खाती है, जो सतर्क उपभोग और जन-नेतृत्व वाली जलवायु कार्रवाई को बढ़ावा देता है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- ऊर्जा दक्षता ब्यूरो (BEE) की स्थापना 1 मार्च 2002 को “ऊर्जा संरक्षण अधिनियम, 2001” के अंतर्गत की गई थी।
- राष्ट्रीय ऊर्जा संरक्षण दिवस हर वर्ष 14 दिसंबर को मनाया जाता है।
- BEE का उद्देश्य भारतीय अर्थव्यवस्था की ऊर्जा तीव्रता (energy intensity) को कम करना है।
- Mission LiFE को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने संयुक्त राष्ट्र में लॉन्च किया था, जिसका उद्देश्य पर्यावरण अनुकूल जीवनशैली को बढ़ावा देना है।