उत्तर प्रदेश सिंगापुर को ‘काला नमक चावल’ का निर्यात करेगा
उत्तर प्रदेश 20 टन काला नमक चावल की एक खेप को सिंगापुर में निर्यात करेगा। यह कदम राज्य से कृषि निर्यात के लिए एक प्रमुख बढ़ावा है।
मुख्य बिंदु
- 20 टन की खेप सिद्धार्थ नगर से सिंगापुर भेजी जाएगी।
- इस चावल को कांच के जार में पैक किया जा रहा है जिसमें चावल के गुणों का भी उल्लेख है।
- चावल की पैकेजिंग में महात्मा बुद्ध के लोकप्रिय उद्धरण शामिल हैं: “चावल की अनूठी सुगंध लोगों को मेरे बारे में याद दिलाएगी”।
- जल्द ही, राज्य स्ट्राबेरी फेस्टिवल की तर्ज पर काला नमक चावल उत्सव का आयोजन करेगा।
- सरकार ने अंतर्राष्ट्रीय चावल अनुसंधान केंद्र, वाराणसी के सहयोग से सिद्धार्थ नगर में एक काला नमक चावल अनुसंधान केंद्र स्थापित करने की योजना बनाई है।
- राज्य सरकार ने चावल को सिद्धार्थ नगर का ‘एक जिला एक उत्पाद’ घोषित किया है।जबकि, केंद्र सरकार ने इसे एक बार गोरखपुर, बस्ती, महाराजगंज और संत कबीर नगर के ‘एक जिला एक उत्पाद’ के रूप में घोषित किया है। यह घोषणा चावल के उत्पादन, प्रसंस्करण, पैकेजिंग और ब्रांडिंग में मदद करेगी।
काला नमक चावल
- इस चावल को बुद्ध चावल भी कहा जाता है।
- यह भारत में उगाए जाने वाले सुगंधित चावल की बेहतरीन किस्मों में से एक है।
- चावल को ‘बुद्ध का महाप्रसाद’ भी कहा जाता है।
- मुख्य रूप से देवरिया, गोरखपुर, कुशीनगर, गोंडा, महाराजगंज, सिद्धार्थ नगर, बलरामपुर, संत कबीर नगर, बहराइच, श्रावस्ती में इसकी खेती की जाती है।
वन डिस्ट्रिक्ट वन प्रोडक्ट (ODOP)
यह एक पहल है जिसे एक परिवर्तनकारी कदम के रूप में शुरू किया गया है ताकि एक जिले की वास्तविक क्षमता का पूर्ण उपयोग किया जा सके। यह पहल आर्थिक विकास को भी बढ़ावा देगी और आत्मनिर्भर भारत के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए रोजगार और ग्रामीण उद्यमिता को बढ़ावा दगी। इस पहल का परिचालन ‘डिस्ट्रिक्ट्स एज़ एक्सपोर्ट हब’ पहल के साथ किया गया है। यह उद्योग और आंतरिक व्यापार संवर्धन विभाग (DPIIT) द्वारा कार्यान्वित किया जा रहा है।
Originally written on
February 22, 2021
and last modified on
February 22, 2021.