उत्तर प्रदेश का 76वां जिला बना ‘कल्याण सिंह नगर’: पूर्व मुख्यमंत्री की विरासत को सम्मान
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य के 76वें जिले के गठन की घोषणा करते हुए उसे ‘कल्याण सिंह नगर’ नाम दिया है। यह नया जिला पूर्व मुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता कल्याण सिंह की स्मृति और योगदान को सम्मान देने के उद्देश्य से बनाया गया है। यह जिला अलीगढ़ और बुलंदशहर के कुछ हिस्सों को मिलाकर गठित किया जाएगा, जिससे प्रशासनिक पुनर्गठन के साथ-साथ भावनात्मक और ऐतिहासिक महत्व को भी जोड़ा गया है।
कल्याण सिंह के सम्मान में जिले का नाम
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सार्वजनिक संबोधन के दौरान इस जिले की घोषणा की, यह कहते हुए कि यह निर्णय उत्तर प्रदेश के एक प्रभावशाली नेता की सेवा और योगदान को याद करने का माध्यम है। दो बार प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके कल्याण सिंह को उनके प्रशासनिक सुधार, राजनीतिक नेतृत्व, और विकासवादी दृष्टिकोण के लिए जाना जाता है। उनका कार्यकाल आधुनिक उत्तर प्रदेश के प्रशासनिक स्वरूप को आकार देने में निर्णायक रहा।
प्रस्तावित सीमाएं और प्रशासनिक विवरण
आधिकारिक जानकारी के अनुसार, ‘कल्याण सिंह नगर’ जिले में निम्नलिखित तहसीलें शामिल होंगी:
- अलीगढ़ जिले से: अतरौली और गंगीरी तहसील
- बुलंदशहर जिले से: डिबाई तहसील
ये सभी क्षेत्र कल्याण सिंह की जन्मभूमि और राजनीतिक यात्रा से गहराई से जुड़े हैं। यह पुनर्गठन प्रशासनिक दक्षता को बढ़ाने के साथ-साथ उस क्षेत्र से जुड़े जनभावनाओं को भी सम्मानित करता है।
परिवार और जनता की मांग को मिला समर्थन
इस पहल को राजवीर सिंह, पूर्व सांसद और कल्याण सिंह के पुत्र, द्वारा उठाई गई मांग के बाद गति मिली। उन्होंने सरकार से अपने पिता की सेवाओं के औपचारिक सम्मान की मांग की थी। मुख्यमंत्री की यह घोषणा अभी विधानसभा में औपचारिक रूप से पेश नहीं की गई है, लेकिन इसे सांकेतिक और प्रशासनिक महत्व के कारण शीघ्र ही मंजूरी मिलने की संभावना है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- कल्याण सिंह नगर, उत्तर प्रदेश का 76वां जिला होगा।
- यह जिला अलीगढ़ और बुलंदशहर की तहसीलों को मिलाकर बनेगा।
- कल्याण सिंह ने दो बार उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के रूप में कार्य किया: 1991–92 और 1997–99।
- स्वतंत्रता के बाद उत्तर प्रदेश (तत्कालीन यूनाइटेड प्रोविंसेज) में केवल 35–38 जिले हुआ करते थे।
- भारत में वर्तमान में कुल 797 जिले हैं, जो 28 राज्यों और 8 केंद्र शासित प्रदेशों में फैले हैं।
प्रशासनिक विस्तार की दिशा में एक और कदम
‘कल्याण सिंह नगर’ का गठन योगी सरकार की उस रणनीति का हिस्सा है, जिसके तहत बढ़ती जनसंख्या और शासन आवश्यकताओं को देखते हुए नए जिलों का निर्माण किया जा रहा है। इससे स्थानीय प्रशासन को सुदृढ़ करने, सेवाओं की सुगमता से डिलीवरी और प्रशासनिक दक्षता में वृद्धि की अपेक्षा है। साथ ही, यह निर्णय राज्य द्वारा अपने पूर्व नेताओं के योगदान को मान्यता देने की परंपरा को भी मजबूती देता है।
यह पहल उत्तर प्रदेश के राजनीतिक इतिहास और शासन प्रणाली में एक नया अध्याय जोड़ती है, जहां विकास और विरासत को एक साथ आगे बढ़ाया जा रहा है।