उत्तर कोरिया की नई ICBM मिसाइल ‘ह्वासोंग-20’ और रूस के साथ सैन्य गठबंधन की वैश्विक गूंज

उत्तर कोरिया की नई ICBM मिसाइल ‘ह्वासोंग-20’ और रूस के साथ सैन्य गठबंधन की वैश्विक गूंज

उत्तर कोरिया ने हाल ही में एक विशाल सैन्य परेड के माध्यम से विश्व को अपनी सैन्य ताकत और रणनीतिक महत्वाकांक्षाओं का स्पष्ट संकेत दिया। प्योंगयांग के मुख्य चौराहे पर आयोजित यह परेड वर्कर्स पार्टी की 80वीं वर्षगांठ के अवसर पर हुई, जिसमें उत्तर कोरिया के सर्वोच्च नेता किम जोंग उन ने अपने देश की अब तक की सबसे शक्तिशाली परमाणु मिसाइल ‘ह्वासोंग-20’ का अनावरण किया। इस आयोजन में चीन, रूस और वियतनाम जैसे देशों के शीर्ष नेता भी शामिल हुए, जिसने किम की बढ़ती कूटनीतिक स्थिति को रेखांकित किया।

ह्वासोंग-20: उत्तर कोरिया की परमाणु शक्ति का नया प्रतीक

उत्तर कोरियाई सरकारी मीडिया के अनुसार, ह्वासोंग-20 अंतरमहाद्वीपीय बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) देश की “सबसे शक्तिशाली परमाणु रणनीतिक हथियार प्रणाली” है। यह मिसाइल अभी परीक्षण के चरण में है, लेकिन इसकी मारक क्षमता अमेरिका की मुख्य भूमि तक पहुंचने की संभावनाएं पैदा करती है। इस मिसाइल के प्रदर्शन के साथ, किम जोंग उन ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह अपने परमाणु कार्यक्रम को और अधिक प्रभावशाली बनाकर अमेरिका और एशियाई प्रतिद्वंद्वियों पर दबाव बनाना चाहते हैं।

रूस-यूक्रेन युद्ध में उत्तर कोरिया की प्रत्यक्ष भागीदारी

इस परेड की एक और खास बात यह थी कि इसमें वे उत्तर कोरियाई सैनिक भी शामिल हुए जिन्हें रूस में युद्ध के लिए भेजा गया है। ये सैनिक रूसी ध्वज के साथ उत्तर कोरियाई झंडा लिए मार्च करते दिखे। किम ने इन सैनिकों की प्रशंसा करते हुए उन्हें “अंतरराष्ट्रीय न्याय और सच्ची शांति के लिए लड़ने वाले नायक” बताया। यह उत्तर कोरिया की विदेश नीति में एक नया मोड़ है, जिसमें वह अब केवल राजनयिक समर्थन तक सीमित न रहकर सीधे सैन्य सहयोग की दिशा में आगे बढ़ रहा है।

वैश्विक कूटनीति में उत्तर कोरिया की नई भूमिका

परेड के दौरान किम जोंग उन के साथ मंच पर चीनी प्रधानमंत्री ली कियांग, रूसी सुरक्षा परिषद के उपप्रमुख दिमित्री मेदवेदेव और वियतनामी कम्युनिस्ट पार्टी के महासचिव तो लाम उपस्थित थे। यह दृश्य यह दर्शाने के लिए पर्याप्त है कि उत्तर कोरिया अब पश्चिमी देशों की अगुवाई वाले वैश्विक दबाव के विरुद्ध एक नया सहयोगी गठबंधन बनाने की कोशिश कर रहा है। किम ने चीन और रूस की हालिया यात्राएं की हैं और इन दोनों देशों के साथ रणनीतिक साझेदारी बढ़ाने के प्रयास तेज कर दिए हैं।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • ह्वासोंग-20 उत्तर कोरिया की नई ICBM मिसाइल है, जिसकी परीक्षण तिथि अभी घोषित नहीं की गई है।
  • उत्तर कोरिया की वर्कर्स पार्टी की स्थापना 10 अक्टूबर 1945 को हुई थी।
  • उत्तर कोरिया ने 2019 के बाद अमेरिका और दक्षिण कोरिया से सभी वार्ताएं बंद कर दी हैं।
  • किम जोंग उन ने रूस-यूक्रेन युद्ध में हजारों सैनिक और हथियार रूस को भेजे हैं, जिसमें आर्टिलरी और बैलिस्टिक मिसाइलें भी शामिल हैं।
Originally written on October 13, 2025 and last modified on October 13, 2025.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *