उच्च शिक्षा में भारतीय ज्ञान प्रणाली का समावेश: UGC का नया पाठ्यक्रम प्रारूप जारी

विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने हाल ही में नवीन पाठ्यक्रम ढांचा – “Learning Outcomes-based Curriculum Framework (LOCF)” का मसौदा जारी किया है। यह प्रारूप नौ प्रमुख विषयों — मानवशास्त्र, रसायन विज्ञान, वाणिज्य, अर्थशास्त्र, भूगोल, गृह विज्ञान, गणित, शारीरिक शिक्षा और राजनीति विज्ञान — के लिए तैयार किया गया है। इसका प्रमुख उद्देश्य भारतीय ज्ञान परंपराओं (Indian Knowledge Systems – IKS) को शिक्षा के केंद्र में लाना है।
पाठ्यक्रम में भारतीय परंपराओं की झलक
नए मसौदे में हर विषय में भारतीय सांस्कृतिक व बौद्धिक योगदान को शामिल किया गया है:
- गणित: मंदिर वास्तुकला, आयादी अनुपात, रंगोली और कोलम जैसे कलात्मक रूपों को एल्गोरिथम रूप में पढ़ाया जाएगा। भास्कराचार्य, आर्यभट्ट जैसे गणितज्ञों के कार्यों को भी शामिल किया गया है।
- रसायन विज्ञान: “पारंपरिक भारतीय मादक पेय पदार्थों” की रसायन प्रक्रिया, परमाणु की भारतीय अवधारणा, और प्राचीन भारतीय ज्ञान के सन्दर्भ में “अणु” पर चर्चा।
- वाणिज्य: कौटिल्य के अर्थशास्त्र, राम राज्य की अवधारणा और शुभ-लाभ दर्शन को CSR और ESG के सन्दर्भ में पढ़ाया जाएगा।
- अर्थशास्त्र: धर्मशास्त्र आधारित धन व समृद्धि की अवधारणा, राजा की आर्थिक भूमिका, दान और स्थानीय विनिमय प्रणाली आदि शामिल किए गए हैं।
- मानवशास्त्र: चरक, सुश्रुत, बुद्ध और महावीर जैसे भारतीय चिंतकों के दृष्टिकोण से प्रकृति और संस्कृति के संबंधों को समझाया जाएगा।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- LOCF का उद्देश्य शिक्षा को परिणाम आधारित बनाना है, जिसमें छात्रों को विषय की गहराई के साथ व्यावहारिक समझ भी दी जाती है।
- नया प्रारूप राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 (NEP) की सिफारिशों के अनुसार, भारतीयकरण और बहु-विषयक शिक्षा को प्राथमिकता देता है।
- UGC ने 9 विषयों में LOCF प्रारूप पर सार्वजनिक सुझाव आमंत्रित किए हैं।
- राजनीति विज्ञान, शारीरिक शिक्षा और गृह विज्ञान में भी भारतीय मूल्यों और शास्त्रों के समावेश की योजना है।
विवाद और चर्चाएँ
हालांकि यह प्रयास भारतीय ज्ञान परंपरा को शिक्षा में स्थापित करने का है, परंतु विपक्ष-शासित राज्यों ने ‘भगवाकरण’ के आरोप लगाए हैं। उदाहरण के तौर पर:
- रसायन विज्ञान पाठ्यक्रम की शुरुआत सरस्वती वंदना से होती है।
- वाणिज्य में गुरुकुल प्रणाली और भारतीय दर्शन पर जोर दिया गया है।
- इतिहास पाठ्यक्रम में वी.डी. सावरकर की “भारतीय स्वतंत्रता संग्राम” पुस्तक को संदर्भ सूची में शामिल किया गया है।
क्रेडिट प्रणाली और सीमाएँ
हालाँकि NEP बहु-विषयक शिक्षा को बढ़ावा देती है, लेकिन LOCF में अधिकांश क्रेडिट विषय-विशिष्ट पाठ्यक्रमों को ही दिए गए हैं:
- उदाहरण: B.Sc Chemistry (Hons) में 172 क्रेडिट में से 96 विषय-विशेष कोर, 32 ऐच्छिक, और केवल 9 क्रेडिट सामान्य वैकल्पिक विषयों के लिए हैं।
निष्कर्ष
UGC का यह नया LOCF मसौदा भारत की शिक्षा प्रणाली में भारतीय ज्ञान, परंपराओं और मूल्यों को समाविष्ट करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। यह न केवल शिक्षा को स्थानीय संदर्भों में प्रासंगिक बनाएगा, बल्कि शोध, नवाचार और नैतिक नेतृत्व को भी बढ़ावा देगा। हालांकि, इसके कार्यान्वयन में संतुलन, वैचारिक समावेशिता और अकादमिक स्वतंत्रता को बनाए रखना आवश्यक है। Stakeholders के सुझावों के आधार पर इसका अंतिम रूप तय होगा।