ईसीआईनेट पर नया ई-साइन फीचर: मतदाता पंजीकरण प्रक्रिया में आधार आधारित सत्यापन की शुरुआत

भारत निर्वाचन आयोग (ECI) ने अपने ईसीआईनेट (ECINET) पोर्टल और मोबाइल ऐप पर एक नया ई-साइन (e-sign) फीचर लॉन्च किया है, जो मतदाता पंजीकरण, नाम विलोपन और विवरण सुधार के लिए आवेदन करने वालों के लिए आधार से जुड़े मोबाइल नंबर द्वारा पहचान सत्यापन को अनिवार्य बनाता है। यह फीचर सितंबर के दूसरे सप्ताह से लागू किया गया है और इसका उद्देश्य मतदाता सूची की शुद्धता को सुनिश्चित करना है।
मतदाता सेवाओं के लिए एकीकृत मंच — ईसीआईनेट
ईसीआईनेट, आयोग का एकीकृत डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म है, जो पहले के 40 से अधिक मोबाइल और वेब एप्लिकेशनों को समाहित करता है। इसे पहली बार 19 जून को केरल, गुजरात, पंजाब और पश्चिम बंगाल की पांच विधानसभा सीटों के उपचुनावों के दौरान लाइव किया गया था।
इस मंच के माध्यम से अब मतदाता नाम जोड़ने (फॉर्म 6), नाम हटाने (फॉर्म 7) और सुधार (फॉर्म 8) के लिए आवेदन एक ही स्थान से किया जा सकता है। पहले सिर्फ EPIC नंबर से जुड़ा मोबाइल नंबर देने पर ही आवेदन स्वीकार हो जाता था, बिना यह सत्यापित किए कि यह जानकारी संबंधित मतदाता की ही है या नहीं।
आधार आधारित सत्यापन की प्रक्रिया
अब, आवेदन पूरा करने के बाद उपयोगकर्ता को CDAC (Centre for Development of Advanced Computing) द्वारा होस्ट किए गए एक बाहरी पोर्टल पर भेजा जाता है। यहां उसे अपना आधार नंबर दर्ज करना होता है और एक OTP (वन-टाइम पासवर्ड) जनरेट करना होता है, जो उसके आधार से जुड़े मोबाइल नंबर पर भेजा जाता है।
OTP दर्ज करने और आधार आधारित प्रमाणीकरण की सहमति देने के बाद ही उपयोगकर्ता ईसीआईनेट पर वापस जाकर आवेदन जमा कर सकता है।
इस प्रक्रिया से न केवल सत्यापन सशक्त होता है, बल्कि नामों के फर्जी जोड़ने और हटाने जैसी गड़बड़ियों पर भी अंकुश लगाया जा सकता है।
चुनावी धोखाधड़ी की पृष्ठभूमि में उठाया गया कदम
यह नया फीचर उन आरोपों के परिप्रेक्ष्य में महत्त्वपूर्ण हो जाता है, जिसमें मतदाता सूचियों में फर्जी नाम जोड़ने और हटाने की घटनाएं सामने आई हैं। कर्नाटक के कालाबुरगी जिले के आलंद विधानसभा क्षेत्र में 2023 के चुनाव से पहले, फॉर्म 7 के माध्यम से 5,994 मतदाताओं के नाम फर्जी तरीके से हटाने की शिकायतों पर CID जांच जारी है।
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हाल ही में प्रेस वार्ता में इस मामले का हवाला दिया था, जिसमें आलंद में नाम विलोपन और महाराष्ट्र के राजुरा में फर्जी नाम जोड़ने के आरोप लगे थे।
पारदर्शिता और डिजिटल सुगमता की दिशा में पहल
ईसीआईनेट के जरिये अब मतदान प्रतिशत जैसे आंकड़े सीधे मतदान केंद्रों से अपलोड किए जाते हैं, जबकि पहले यह प्रक्रिया मैनुअल थी। इससे न केवल रुझानों की सूचना जल्दी उपलब्ध होती है, बल्कि 72 घंटे के भीतर “इंडेक्स कार्ड्स” भी प्रकाशित किए जा रहे हैं।
ईसीआईनेट यह सुनिश्चित करता है कि प्रत्येक पीठासीन अधिकारी मतदान केंद्र छोड़ने से पहले अंतिम मतदान आंकड़े अपलोड करे, जिससे पारदर्शिता और सार्वजनिक जानकारी की तत्परता में सुधार हुआ है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- ईसीआईनेट (ECINET) भारत निर्वाचन आयोग का एकीकृत डिजिटल पोर्टल है, जो 40 से अधिक पुराने ऐप्स को एक मंच पर लाता है।
- नया ई-साइन फीचर आवेदनकर्ताओं से आधार से जुड़े मोबाइल नंबर के ज़रिए सत्यापन कराता है।
- फॉर्म 6, 7 और 8 क्रमशः मतदाता नाम जोड़ने, हटाने और संशोधन के लिए उपयोग किए जाते हैं।
- CDAC भारत सरकार का एक प्रमुख तकनीकी संस्थान है, जो इस ई-साइन सत्यापन की होस्टिंग कर रहा है।