इको-ब्रिज या इको-डक्ट क्या हैं?

इको-ब्रिज या इको-डक्ट क्या हैं?

हाल ही में उत्तराखंड के नैनीताल जिले में रामनगर वन प्रभाग ने छोटे स्तनधारियों और सरीसृपों के लिए पहला इको-ब्रिज बनाया गया है।

इको-ब्रिज क्या हैं?

इको-ब्रिज या इको-डक्ट का निर्माण वन्यजीव कनेक्टिविटी को बढ़ाने के लिए किया जाता है जो आमतौर पर राजमार्गों के कारण बाधित होती हैं। इसमें कंक्रीट अंडरपास, कैनोपी ब्रिज या ओवरपास टनल इत्यादि शामिल हैं। इन पुलों को आमतौर पर घास इत्यादि को लगाया जाता है ताकि यह लैंडस्केप की तरह ही लगे।

आवश्यकता

भारतीय वन्यजीव संस्थान के अनुसार भारत में पाँच से छह वर्षों में लगभग 50,000 किलोमीटर सड़क परियोजनाओं का निर्माण किया गया है। साथ ही, कई राजमार्गों को 4 लेन में अपग्रेड किया गया है। राष्ट्रीय बाघ संरक्षण प्राधिकरण के अनुसार, प्रमुख पशु गलियारे राष्ट्रीय राजमार्ग द्वारा काटे जाते हैं।  इसलिए, जानवरों प्राकृतिक निवास को बाधित करने से रोकने के लिए इन पशु मार्गों का निर्माण करना आवश्यक है।

भारत में पहले पाँच एनिमल ब्रिज

रणथंभौर वाइल्डलाइफ कॉरिडोर में डिस्टर्बेंस से बचने के लिए पुलों की योजना बनाई गई है। पहले पांच पशु पुलों की योजना दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे पर बनाई गई है। ये पशु पुल मानव-पशु संघर्ष से बचने में मदद करेंगे। रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान राजस्थान में स्थित है। इसे 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर रिजर्व घोषित किया गया था।

Originally written on December 8, 2020 and last modified on December 8, 2020.

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