आर्कटिक सील और पक्षियों पर संकट गहराया: IUCN की नई रेड लिस्ट में खुलासा

आर्कटिक सील और पक्षियों पर संकट गहराया: IUCN की नई रेड लिस्ट में खुलासा

अंतरराष्ट्रीय प्रकृति संरक्षण संघ (IUCN) द्वारा जारी की गई नई “रेड लिस्ट” में चेताया गया है कि जलवायु परिवर्तन और मानवीय गतिविधियों के कारण आर्कटिक क्षेत्र की सील प्रजातियाँ और पक्षियों पर गंभीर संकट मंडरा रहा है। यह सूची अब कुल 1,72,620 प्रजातियों को कवर करती है, जिनमें से 48,646 प्रजातियाँ विलुप्ति के खतरे में हैं।

आर्कटिक सील्स: पिघलती बर्फ के बीच जीवन संकट

IUCN ने हूडेड सील की स्थिति को “असुरक्षित” से “संकटग्रस्त” में बदल दिया है, जबकि बीयर्ड और हार्प सील्स को “निकट संकटग्रस्त” श्रेणी में रखा गया है। आर्कटिक में तापमान वृद्धि अन्य क्षेत्रों की तुलना में चार गुना तेज़ हो रही है, जिससे समुद्री बर्फ की मात्रा और उसकी अवधि में भारी गिरावट आ रही है।
सील्स न केवल पारिस्थितिकी तंत्र के लिए केन्द्रीय प्रजातियाँ हैं, बल्कि अन्य जानवरों के लिए खाद्य स्रोत भी हैं। उनकी भूमिका पारिस्थितिक पोषण श्रृंखला में मछलियाँ और अकशेरुकी जीवों को खाकर पोषक तत्वों की पुनरावृत्ति में भी महत्त्वपूर्ण है।

मानवीय हस्तक्षेप से बढ़ता संकट

सील्स और अन्य समुद्री जीवों को जलवायु परिवर्तन के साथ-साथ खनन, तेल निष्कर्षण, औद्योगिक मछली पकड़ना, समुद्री यातायात और शिकार जैसी मानवीय गतिविधियों से भी खतरा है। वैज्ञानिक किट कोवाक्स ने चेताया कि स्वालबार्ड द्वीपसमूह में जहां कभी 5 महीने तक समुद्री बर्फ रहती थी, अब सर्दियों में भी बर्फ नहीं रहती। यह बदलाव आर्कटिक में हो रहे तेज़ बदलावों को दर्शाता है।

पक्षियों की हालत भी गंभीर

IUCN ने पक्षियों की स्थिति पर आधारित अपनी समीक्षा में बताया कि:

  • 11,185 में से 1,256 प्रजातियाँ (11.5%) वैश्विक स्तर पर संकटग्रस्त हैं।
  • 61% पक्षी प्रजातियों की आबादी घट रही है, जबकि 2016 में यह आंकड़ा 44% था।
  • मेडागास्कर, पश्चिम अफ्रीका और मध्य अमेरिका में कई नई प्रजातियाँ “निकट संकटग्रस्त” और “संकटग्रस्त” सूची में जोड़ी गई हैं।

इस गिरावट का प्रमुख कारण वनों की कटाई और कृषि विस्तार के कारण प्राकृतिक आवास का विनाश है।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • IUCN की रेड लिस्ट वैश्विक स्तर पर जैव विविधता की स्थिति की निगरानी का प्रमुख माध्यम है।
  • आर्कटिक में तापमान वृद्धि वैश्विक औसत से चार गुना अधिक तेज़ है।
  • हूडेड सील को अब “Endangered” श्रेणी में रखा गया है।
  • 2023 तक, 61% पक्षियों की प्रजातियाँ घट रही हैं, जो जैव विविधता के लिए बड़ा संकेत है।
Originally written on October 15, 2025 and last modified on October 15, 2025.

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