आयुष औषधियों का डिजिटल भविष्य: ‘ड्रव्य’ पोर्टल से पारंपरिक चिकित्सा को मिली नई दिशा

भारत सरकार के आयुष मंत्रालय द्वारा हाल ही में ‘ड्रव्य’ (DRAVYA – Digitised Retrieval Application for Versatile Yardstick of Ayush) पोर्टल का शुभारंभ किया गया, जो पारंपरिक चिकित्सा पद्धतियों को डिजिटल युग में स्थापित करने की दिशा में एक क्रांतिकारी कदम है। यह पोर्टल केंद्रीय आयुर्वेदिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (CCRAS) की एक महत्वाकांक्षी पहल है, जिसका उद्देश्य देश-विदेश में आयुष औषधियों पर आधारित वैज्ञानिक और प्रमाणिक जानकारी को एकीकृत और सुलभ बनाना है।
क्या है ‘ड्रव्य’ पोर्टल?
ड्रव्य एक उन्नत ऑनलाइन ज्ञान भंडार है, जिसे आयुर्वेद और अन्य आयुष पद्धतियों में उपयोग होने वाले औषधीय द्रव्यों की जानकारी को वैज्ञानिक ढंग से प्रस्तुत करने के लिए तैयार किया गया है। इसका पहला चरण 100 प्रमुख औषधीय द्रव्यों की जानकारी के डिजिटलीकरण और प्रसार पर केंद्रित है। यह जानकारी एक विशेष रूप से विकसित सॉफ्टवेयर के माध्यम से नियमित रूप से अपडेट की जाएगी, जिससे इसकी प्रमाणिकता और वैज्ञानिकता बनी रहे।
यह पोर्टल न केवल AI-रेडी है, बल्कि भविष्य में आयुष ग्रिड और अन्य संबंधित मंत्रालयीय योजनाओं से भी जुड़ जाएगा। इसकी सबसे खास बात यह है कि इसमें QR कोड इंटीग्रेशन की सुविधा है, जिसके माध्यम से औषधीय पौधों के बगीचों और औषधि भंडारों में मानकीकृत जानकारी प्रदर्शित की जा सकेगी।
पोर्टल की प्रमुख विशेषताएँ
- खुला और सुलभ डेटाबेस: यह पोर्टल एक ओपन एक्सेस प्लेटफ़ॉर्म है, जो शास्त्रीय आयुर्वेदिक ग्रंथों और समकालीन शोध स्रोतों से प्राप्त जानकारी को एकीकृत करता है।
- यूजर फ्रेंडली इंटरफेस: यह पोर्टल उपयोगकर्ताओं को औषधियों की जानकारी को आसानी से खोजने और समझने की सुविधा देता है।
- विस्तृत प्रोफाइलिंग: इसमें औषधियों की जानकारी आयुर्वेदिक चिकित्साशास्त्र, वनस्पति शास्त्र, रसायन विज्ञान, औषध निर्माण, औषध गुणधर्म, और सुरक्षा पहलुओं सहित विस्तृत रूप से प्रस्तुत की गई है।
- वैज्ञानिक एकीकरण: यह प्लेटफ़ॉर्म पारंपरिक ज्ञान को आधुनिक वैज्ञानिक पद्धतियों के साथ जोड़ता है, जिससे प्रमाण आधारित शोध और नवाचार को बढ़ावा मिलेगा।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- ड्रव्य पोर्टल का उद्घाटन 23 सितंबर को गोवा में आयोजित 10वें आयुर्वेद दिवस समारोह के अवसर पर हुआ।
- इस कार्यक्रम में गोवा के राज्यपाल श्री अशोक गजपति राजू, मुख्यमंत्री डॉ. प्रमोद सावंत, केंद्रीय आयुष मंत्री श्री प्रतापराव जाधव, ऊर्जा राज्यमंत्री श्री श्रीपद येस्सो नाइक और आयुष सचिव वैद्य राजेश कोटेचा उपस्थित थे।
- पोर्टल का विकास CCRAS के नेतृत्व में हुआ है और इसका उद्देश्य आयुष औषधियों की वैश्विक मान्यता और वैज्ञानिक व्याख्या को बढ़ावा देना है।
- यह पोर्टल भविष्य में नीति-निर्माताओं, वैज्ञानिकों, शिक्षकों और छात्रों के लिए एक मानकीकृत संदर्भ स्रोत बन जाएगा।