आयुष्मान भारत योजना में छत्तीसगढ़ को ‘सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनकारी राज्य’ का सम्मान

छत्तीसगढ़ को प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) के तहत ‘सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शनकारी राज्य’ के रूप में सम्मानित किया गया है। यह पुरस्कार भोपाल में आयोजित राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (NHA) कॉन्क्लेव में प्रदान किया गया, जहाँ राज्य के प्रभावी कार्यान्वयन, पारदर्शिता और बीमा दावों के त्वरित निपटान को मान्यता दी गई।
अस्पतालों की सक्रियता में देश में अव्वल
NHA द्वारा जारी आँकड़ों के अनुसार, छत्तीसगढ़ में PM-JAY के तहत सूचीबद्ध 97% अस्पताल वर्तमान में सक्रिय रूप से कार्यरत हैं — यह देश में सबसे ऊँची भागीदारी दर है। तुलना करें तो, मध्यप्रदेश में यह दर 62% और पूरे भारत का औसत लगभग 52% है। यह दर्शाता है कि राज्य में योजना की पारदर्शिता और प्रभावशीलता के कारण अस्पतालों का उस पर गहरा भरोसा है।
भ्रष्टाचार पर नियंत्रण और त्वरित सुधार
राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने योजना के अंतर्गत पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए व्यापक सुधार किए हैं। जनवरी से फरवरी 2025 के बीच पूरे छत्तीसगढ़ में 52 अस्पतालों का निरीक्षण किया गया, जिनमें से 45 के विरुद्ध योजना के नियमों के उल्लंघन पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई — यह अब तक की सबसे अधिक कार्रवाई है।
इसके साथ ही:
- 32,000 से अधिक फील्ड ऑडिट किए गए ताकि दावों की सत्यता जांची जा सके।
- फर्जी दावों की संख्या में लगभग 75% की गिरावट आई — जो पहले प्रति सप्ताह 2,000 से अधिक होती थी, अब घटकर 500 से भी कम रह गई है।
- दावा स्वीकृति का समय भी पहले कई हफ्तों से घटकर अब केवल 7 से 10 दिनों तक सीमित हो गया है।
महिला नेतृत्व की अहम भूमिका
इस उपलब्धि में डॉ. प्रियंका शुक्ला, जो राज्य की नोडल एजेंसी की मुख्य कार्यपालक अधिकारी हैं, ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। उनके साथ स्वास्थ्य विभाग की टीम ने योजनागत अनुशासन और तकनीकी दक्षता के साथ इस योजना को धरातल पर लागू किया।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PM-JAY) 2018 में शुरू हुई थी और इसे आयुष्मान भारत योजना के तहत लागू किया गया।
- यह योजना सालाना ₹5 लाख तक का कैशलेस स्वास्थ्य बीमा कवर देती है।
- इसका उद्देश्य कमजोर आर्थिक वर्ग को गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य सेवाएँ सुलभ कराना है।
- NHA (National Health Authority) इस योजना की क्रियान्वयन एजेंसी है।