आपराधिक न्याय डेटा प्लेटफ़ॉर्म के उपयोग में उत्तर प्रदेश शीर्ष पर : रिपोर्ट

भारत की इंटर-ऑपरेबल क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम (ICJS) का सबसे अधिक उपयोग दर्ज करने में उत्तर प्रदेश लगातार तीसरे वर्ष पहले स्थान पर है। यह डिजिटल प्लेटफ़ॉर्म अदालतों, पुलिस, जेलों और फोरेंसिक प्रयोगशालाओं में निर्बाध डेटा साझा करने में सक्षम बनाता है।
ICJS क्या है?
ICJS प्लेटफ़ॉर्म आपराधिक न्याय तंत्र के विभिन्न स्तंभों को सामान्य जानकारी तक पहुँचने की अनुमति देता है जैसे:
- प्राथमिकी
- परीक्षण अभिलेख
- न्यायालय के निर्णय
- अभियोजन विवरण
- फोरेंसिक डेटा
इससे मामलों को दायर करने से लेकर सजा तक की सुव्यवस्थित ट्रैकिंग की सुविधा मिलती है।
उत्तर प्रदेश का नेतृत्व
- उत्तर प्रदेश ने 1.56 करोड़ से अधिक ICJS प्रविष्टियाँ दर्ज की हैं।
- व्यापक रूप से अपनाने से पुलिस को अपराध का पूर्वानुमान लगाने और नियंत्रित करने के लिए उन्नत विश्लेषण की अनुमति मिलती है। अभियोजन और अदालतों को भी तैयार डेटा पहुंच से लाभ होता है।
इसके अतिरिक्त, राज्य के प्लेटफ़ॉर्म उपयोग में शामिल हैं:
- आपराधिक तस्वीरें/वीडियो
- अदालती कार्यवाही की रिकॉर्डिंग
- दस्तावेज़ी प्रमाण
कार्यकुशलता बढ़ाना
- एक सामान्य डिजिटल इंटरफ़ेस के माध्यम से सभी हितधारकों के बीच डेटा आदान-प्रदान को सक्षम करके, ICJS प्लेटफ़ॉर्म कागजी कार्रवाई और देरी को कम करता है।
- यह व्यापक विश्लेषण के माध्यम से निर्णय लेने में अधिकारियों की सहायता करते हुए त्वरित न्याय प्रशासन में सहायता करता है।
Originally written on
January 2, 2024
and last modified on
January 2, 2024.