आदिवासी गौरव वर्ष में ‘आदि कर्मयोगी अभियान’ की शुरुआत: जनजातीय नेतृत्व और सेवा का नया युग

प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भारत सरकार ने 15 नवंबर 2024 से 15 नवंबर 2025 तक की अवधि को ‘जनजातीय गौरव वर्ष’ के रूप में घोषित किया है। इस ऐतिहासिक पहल के अंतर्गत जनजातीय सशक्तिकरण की दिशा में एक बड़ी पहल करते हुए ‘आदि कर्मयोगी अभियान’ की शुरुआत की गई है। यह दुनिया का सबसे बड़ा जनजातीय नेतृत्व विकास कार्यक्रम बताया जा रहा है, जिसका लक्ष्य है 30 राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों के 1 लाख गांवों में बसे 11 करोड़ जनजातीय नागरिकों तक जवाबदेह शासन प्रणाली पहुँचाना।
जवाबदेह शासन और अंतिम व्यक्ति तक सेवा
‘आदि कर्मयोगी’ एक संकल्प है — सेवा, समर्पण और प्रतिबद्धता के माध्यम से जनजातीय समाज को शासन प्रणाली का सक्रिय और बराबरी का भागीदार बनाना। इस अभियान के तहत प्रशिक्षित कर्मयोगी — जिनमें 20 लाख अधिकारी, स्वयं सहायता समूह की महिलाएँ और जनजातीय युवा शामिल हैं — अंतिम व्यक्ति तक योजनाओं के क्रियान्वयन को सुनिश्चित करेंगे।
प्रशिक्षण की प्रक्रिया में 7 क्षेत्रीय गवर्नेंस प्रोसेस लैब्स के माध्यम से विभिन्न विभागों के वरिष्ठ अधिकारियों को आचरण-आधारित प्रशासनिक मॉडल पर प्रशिक्षित किया गया है, ताकि शासन प्रणाली में मानवीय संवेदना और सहभागिता को बढ़ाया जा सके।
‘आदि सेवा पर्व’: ग्राम स्तर पर समावेशी विकास की नींव
17 सितंबर से 2 अक्टूबर 2025 तक ‘आदि सेवा पर्व’ मनाया जा रहा है, जो ‘आदि कर्मयोगी अभियान’ का आधारभूत भाग है। इसके तहत जनजातीय बहुल 1 लाख गांवों में ‘Tribal Village Vision 2030’ तैयार किया जाएगा — जो विकसित भारत@2047 के लक्ष्य को ग्राम स्तर से दिशा देगा।
प्रत्येक गांव में:
- सामुदायिक भ्रमण (Transect Walks),
- केंद्रित समूह चर्चाएँ (Focused Group Discussions),
- विकास संकेतकों का अंतर विश्लेषण (Gap Analysis)के माध्यम से स्थानीय जरूरतों की पहचान की जाएगी।
इसके आधार पर Village Action Plans बनाए जाएंगे, जिनमें PM JANMAN, धर्ती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान 2.0, आदि प्रमुख योजनाओं से निवेश सुनिश्चित किया जाएगा।
सेवा केन्द्र और तकनीकी नवाचार
हर गांव में ‘आदि सेवा केंद्र’ स्थापित किया जाएगा — एकल खिड़की नागरिक सेवा केंद्र, जहाँ ग्रामीण सप्ताह में एक घंटे ‘आदि सेवा समय’ (स्वैच्छिक सेवा) देकर भागीदारी निभाएंगे। शासन-समुदाय संवाद को सहज बनाने के लिए ‘आदि वाणी’ नामक एआई-आधारित भाषायी ऐप भी लॉन्च किया गया है, जो प्रारंभ में चार जनजातीय भाषाओं में कार्य करेगा।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- ‘जनजातीय गौरव दिवस’ पहली बार 15 नवंबर 2021 को भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर घोषित किया गया था।
- ‘विकसित भारत@2047’ मिशन का उद्देश्य भारत को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनाना है।
- ‘PM JANMAN’ (प्रधानमंत्री जनजातीय न्याय मंथन योजना) हाल ही में शुरू की गई एक प्रमुख योजना है, जिसका उद्देश्य परंपरागत जनजातीय समूहों तक योजनाओं की पहुँच बढ़ाना है।
- ‘धर्ती आबा जनजातीय ग्राम उत्कर्ष अभियान’ का नामकरण स्वतंत्रता सेनानी धरती आबा बिरसा मुंडा के सम्मान में किया गया है।