आतंकवाद के बाद विकास की ओर: पहलगाम में रोपवे परियोजना को NIA की मंजूरी
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम के बैसरन क्षेत्र में बहुप्रतीक्षित रोपवे परियोजना को राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA) की मंजूरी मिल गई है। यह निर्णय न केवल पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनने की दिशा में एक अहम कदम है, बल्कि अप्रैल 2025 में हुए भीषण आतंकी हमले के बाद क्षेत्र में सामान्य स्थिति बहाल करने की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण प्रयास है।
परियोजना का अवलोकन और विकास योजनाएँ
इस ₹100–120 करोड़ की रोपवे परियोजना का उद्देश्य पहलगाम में पर्यटन को पुनर्जीवित करना और स्थानीय आधारभूत ढांचे को मजबूत बनाना है। परियोजना के तहत यात्री निवास (Yatri Niwas) से बैसरन तक 1.4 किलोमीटर की हवाई दूरी तय की जाएगी। जम्मू-कश्मीर केबल कार कॉरपोरेशन (JKCCC) ने निविदा प्रक्रिया पूरी कर ली है और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट व तकनीकी दस्तावेज तैयार करने का कार्य रॉनमस इंडिया प्राइवेट लिमिटेड को सौंपा गया है।
पर्यटन विभाग ने पुष्टि की है कि परियोजना के लिए सभी आवश्यक अनुमोदन प्राप्त हो चुके हैं, जिसमें जांच संबंधी सुरक्षा मंजूरी भी शामिल है जो NIA द्वारा दी गई है। निर्माण कार्य आगामी 18 महीनों में पूरा होने का लक्ष्य रखा गया है।
पृष्ठभूमि: आतंकी हमले के बाद पुनर्निर्माण की दिशा में प्रयास
यह परियोजना उस भयावह घटना के बाद सामने आई है जिसमें 22 अप्रैल 2025 को लश्कर से जुड़े संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (TRF) द्वारा 26 पर्यटकों की जान ली गई थी। आतंकियों ने धर्म पूछकर निशाना बनाया था, जिससे पूरे देश में गुस्सा फैल गया था। इसके बाद भारतीय सुरक्षाबलों ने पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर जवाबी हमले किए।
गृह मंत्रालय ने इस मामले की निगरानी के लिए विशेष लोक अभियोजक नियुक्त किया है और NIA अब तक 1,000 से अधिक लोगों से पूछताछ कर चुकी है।
सरकार और स्थानीय प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने बताया कि रोपवे का रूट निर्धारित किया जा चुका है और कार्यकारी एजेंसी अंतिम स्थल सर्वेक्षण की प्रतीक्षा कर रही है। पहलगाम के विधायक अल्ताफ अहमद वानी ने माना कि “पोस्ट-पहलगाम” हालात के कारण कुछ देरी हुई, लेकिन उन्होंने विश्वास जताया कि यह परियोजना स्थानीय रोजगार और पर्यटन को पुनर्जीवित करने में मदद करेगी।
पर्यटन विभाग और अनंतनाग के डिप्टी कमिश्नर मिलकर स्थल निरीक्षण और निर्माण कार्य की प्रक्रिया को तेज़ी से आगे बढ़ा रहे हैं।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- ₹100–120 करोड़ की यह रोपवे परियोजना नवंबर 2025 में NIA द्वारा स्वीकृत हुई।
- यात्री निवास से बैसरन तक 1.4 किलोमीटर की दूरी को जोड़ेगी यह परियोजना।
- 22 अप्रैल 2025 को TRF द्वारा किए गए आतंकी हमले में 26 पर्यटकों की हत्या हुई थी।
- परियोजना का कार्यकाल 18 महीनों में पूरा करने का लक्ष्य है।
पर्यटन पुनर्जीवन और सुरक्षा का समन्वय
प्रशासन का मानना है कि यह रोपवे परियोजना कश्मीर घाटी में साहस, पुनर्निर्माण और पर्यटन की वापसी का प्रतीक बनेगी। NIA, पर्यटन विभाग और JKCCC के समन्वय से यह संकेत मिलता है कि अब केंद्र और राज्य सरकार दोनों ही आतंकवाद से प्रभावित क्षेत्रों में आर्थिक और आधारभूत विकास को प्राथमिकता दे रही हैं।