आठवीं अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) सभा: एक सूर्य, एक विश्व, एक साझा संकल्प

भारत की राजधानी नई दिल्ली स्थित भारत मंडपम में 27 से 30 अक्टूबर 2025 तक अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) की आठवीं सभा आयोजित की जाएगी। “एक सूर्य, एक विश्व, एक साझा संकल्प” की भावना के साथ यह वैश्विक सम्मेलन दुनिया को सौर ऊर्जा की ओर एकजुट कर रहा है। भारत और फ्रांस द्वारा COP21 (पेरिस) में शुरू की गई यह पहल अब ग्लोबल साउथ की सबसे बड़ी संधि-आधारित अंतर-सरकारी संस्था बन चुकी है, जिसमें 124 सदस्य एवं हस्ताक्षरकर्ता देश शामिल हैं।
भारत की नेतृत्वकारी भूमिका और योजनाएं
ISA सभा के कर्टेन राइज़र कार्यक्रम में केंद्रीय नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री और ISA अध्यक्ष श्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि भारत ने नवीकरणीय ऊर्जा के क्षेत्र में अपने लक्ष्य नियत समय से पाँच वर्ष पूर्व ही प्राप्त कर लिए हैं। आज भारत में 125 गीगावॉट की सौर क्षमता के साथ यह दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा सौर ऊर्जा उत्पादक देश बन चुका है।
उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री सूर्य घर – मुफ्त बिजली योजना के तहत 20 लाख से अधिक घरों को सौर ऊर्जा का लाभ मिला है। इसके साथ ही प्रधानमंत्री कुसुम योजना (PM-KUSUM) के तीन घटक — 10 GW छोटे सौर संयंत्र, 1.4 मिलियन ऑफ-ग्रिड सोलर पंप, और 3.5 मिलियन ग्रिड-कनेक्टेड कृषि पंप — ग्रामीण भारत में ऊर्जा क्रांति ला रहे हैं।
वैश्विक नेतृत्व की ओर बढ़ता ISA
ISA के महानिदेशक श्री आशीष खन्ना ने बताया कि वैश्विक स्तर पर अब नवीकरणीय ऊर्जा, जीवाश्म ईंधन उत्पादन को पीछे छोड़ चुकी है। उन्होंने ISA को “Aggregation Platform” के रूप में वर्णित किया जो सदस्य देशों को एकजुट कर बड़े पैमाने पर सौर परियोजनाओं को लागू करने के लिए प्रेरित करता है।
ISA की रणनीति अब केवल घोषणाओं तक सीमित नहीं है, बल्कि कार्यान्वयन, परिणाम और नवाचार की दिशा में स्पष्ट कदम उठाए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “One Sun, One World, One Grid (OSOWOG)” दृष्टिकोण को साकार करने के लिए ग्लोबल कैपेबिलिटी सेंटर (GCC) और STAR-C हब्स जैसी संरचनाओं का विकास किया जा रहा है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) की स्थापना 2015 में भारत और फ्रांस ने मिलकर की थी।
- ISA का मुख्यालय भारत में स्थित पहला अंतर-सरकारी संगठन है।
- भारत दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा सौर और चौथा सबसे बड़ा पवन ऊर्जा उत्पादक देश है।
- PM सूर्य घर योजना का लक्ष्य 1 करोड़ घरों को सौर ऊर्जा से जोड़ना है।
- ISA की चार रणनीतिक प्राथमिकताएँ हैं: वित्तीय सहयोग, वैश्विक क्षमताओं का विकास, क्षेत्रीय भागीदारी, और तकनीकी नीतियों का खाका।