‘आईसीजीएस अक्षर’ का जलावतरण: आत्मनिर्भर भारत की समुद्री शक्ति में नया अध्याय

भारत की समुद्री सुरक्षा क्षमताओं में एक और स्वदेशी उपलब्धि जुड़ गई है। भारतीय तटरक्षक बल (Indian Coast Guard) के लिए निर्मित ‘आईसीजीएस अक्षर (ICGS Akshar)’, जो आठ आदम्य-श्रेणी (Adamya-class) के तेज गश्ती पोतों में दूसरा है, का 4 अक्टूबर 2025 को पुदुचेरी के करैक्कल में औपचारिक जलावतरण किया गया। यह पोत पूरी तरह स्वदेशी तकनीक से गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (GSL) द्वारा डिजाइन और निर्मित किया गया है, जो भारत के ‘आत्मनिर्भर भारत’ और ‘मेक इन इंडिया’ अभियानों की सशक्त झलक प्रस्तुत करता है।
तकनीकी विशेषताएँ और संचालन क्षमता
51 मीटर लंबा यह गश्ती पोत लगभग 320 टन विस्थापन क्षमता (displacement) वाला है। इसमें दो 3,000 किलोवॉट डीज़ल इंजन लगे हैं, जो इसे अधिकतम 27 नॉट (लगभग 50 किमी/घंटा) की गति प्रदान करते हैं। पोत की सहन क्षमता (endurance) 1,500 समुद्री मील है, जो इसे लंबे गश्ती अभियानों के लिए उपयुक्त बनाती है।
‘अक्षर’ में स्वदेशी रूप से विकसित कंट्रोल योग्य प्रोपेलर (Controllable Pitch Propellers – CPP) और गियरबॉक्स सिस्टम लगाए गए हैं, जो संचालन में उच्च स्तर की लचीलापन और नियंत्रण प्रदान करते हैं। यह पोत समुद्र में जटिल परिस्थितियों में भी अत्यधिक गतिशीलता और संतुलन बनाए रखने में सक्षम है।
अत्याधुनिक हथियार और तकनीकी प्रणालियाँ
इस पोत में मुख्य हथियार के रूप में एक 30 मिमी सीआरएन 91 गन और दो 12.7 मिमी स्टेबलाइज्ड रिमोट कंट्रोल्ड गन (SRCG) लगी हैं, जो फायर कंट्रोल सिस्टम से एकीकृत हैं।इसके अलावा पोत को निम्नलिखित उन्नत प्रणालियों से सुसज्जित किया गया है:
- इंटीग्रेटेड ब्रिज सिस्टम (IBS) — नेविगेशन और नियंत्रण में स्वचालन बढ़ाने हेतु।
- इंटीग्रेटेड प्लेटफॉर्म मैनेजमेंट सिस्टम (IPMS) — संचालन दक्षता में सुधार के लिए।
- ऑटोमेटेड पावर मैनेजमेंट सिस्टम (APMS) — ऊर्जा खपत और वितरण को अनुकूलित करने के लिए।
तैनाती और भूमिका
‘अक्षर’ को करैक्कल, पुदुचेरी में तैनात किया जाएगा और यह कोस्ट गार्ड रीजन (ईस्ट) के कमांडर के नियंत्रण में कार्य करेगा। इसका मुख्य उद्देश्य भारत के समुद्री क्षेत्रों की निगरानी, तटीय सुरक्षा, और प्रदूषण नियंत्रण अभियानों में भागीदारी करना है।
इस पोत का नाम ‘अक्षर’, जिसका अर्थ है अविनाशी या शाश्वत, भारतीय तटरक्षक बल की उस अटूट प्रतिबद्धता का प्रतीक है जिसके तहत वह भारत के सागर क्षेत्रों को “सुरक्षित, स्वच्छ और संरक्षित” बनाए रखने के मिशन पर कार्यरत है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- आदम्य-श्रेणी (Adamya-class) के कुल 8 फास्ट पेट्रोल वेसल्स GSL द्वारा निर्मित किए जा रहे हैं।
- भारतीय तटरक्षक बल की स्थापना 1 फरवरी 1977 को की गई थी।
- ICG का मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है।
- तटरक्षक बल का नारा है — “वयम रक्षामः” (हम रक्षा करते हैं)।