असम की ‘मनोहरी गोल्ड टी’ एक लाख रुपए प्रति किलो में नीलाम की गई

असम की ‘मनोहरी गोल्ड टी’ एक लाख रुपए प्रति किलो में नीलाम की गई

‘मनोहरी गोल्ड टी’ नामक असम चाय की एक दुर्लभ किस्म ने एक रिकॉर्ड बनाया, इसे 99,999 रुपये प्रति किलोग्राम की रिकॉर्ड कीमत पर नीलाम किया गया।

मुख्य’ बिंदु

  • ‘मनोहरी गोल्ड टी’ ने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ कर इतिहास रच दिया है।
  • सौरव टी ट्रेडर्स ने सबसे ऊंची बोली 99,999 रुपये प्रति किलो के साथ गोल्ड टी खरीदी।
  • इसे सार्वजनिक नीलामी में चाय की अब तक की सबसे ऊंची कीमत माना जा रहा है।

मनोहरी गोल्ड टी 

मनोहरी गोल्ड टी का उत्पादन मनोहरी टी एस्टेट द्वारा किया जाता है। इसका उत्पादन असम के ऊपरी डिब्रूगढ़ जिले में होता है।

पृष्ठभूमि

इससे पहले अगस्त 2019 में गुवाहाटी टी ऑक्शन सेंटर (GATC) में गोल्डन बटरफ्लाई टी की कीमत 75,000 रुपये प्रति किलो थी। गोल्डन बटरफ्लाई टी हस्तनिर्मित असम चाय की एक दुर्लभ किस्म है, जिसे रॉसेल टी इंडस्ट्रीज के डिकॉम टी एस्टेट द्वारा उत्पादित किया जाता है।

गोल्डन बटरफ्लाई टी (Golden Butterfly Tea)

गोल्डन बटरफ्लाई टी का उत्पादन असम के डिब्रूगढ़ शहर में डिकॉम टी एस्टेट द्वारा किया जाता है। यह हाथ से तैयार की गई चाय है। इसे कोमल पत्तियों और कलियों से बनाया जाता है जो जून-जुलाई के आसपास उपलब्ध होते हैं। चाय का नाम इसलिए रखा गया है क्योंकि इस असाधारण दुर्लभ और विशेष चाय को बनाने में केवल नरम सुनहरे टॉप्स ही जाते हैं। इसमें एक अत्यंत मधुर और मीठा कैरेमल स्वाद है।

असम में चाय की खेती

असम दुनिया का सबसे बड़ा चाय उत्पादक क्षेत्र है। असम में यह उद्योग 200 वर्षों से लगातार बढ़ रहा है।

असम चाय

असम की चाय एक काली चाय है। इसका नाम इसके उत्पादन के क्षेत्र, यानी असम के नाम पर रखा गया है। असम चाय का निर्माण कैमेलिया साइनेंसिस वर् से किया जाता है। यह चाय असम के लिए स्वदेशी है। असम की चाय ज्यादातर समुद्र तल पर या उसके आसपास उगाई जाती है।

Originally written on December 17, 2021 and last modified on December 17, 2021.

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