अल्जाइमर उपचार में क्रांतिकारी खोज: आईएनएसटी मोहाली द्वारा विकसित नैनोथेरेपी प्लेटफॉर्म
नैनो विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान (INST), मोहाली के शोधकर्ताओं ने अल्जाइमर रोग के उपचार में एक नया और बहुआयामी नैनोपार्टिकल-आधारित उपचार मार्ग विकसित किया है, जो इस रोग की जटिलताओं को एक साथ लक्षित करता है। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा जारी जानकारी के अनुसार, यह नवाचार पारंपरिक उपचारों की सीमाओं को पार करता है, जो सामान्यतः केवल एक पैथोलॉजिकल पहलू पर केंद्रित होते हैं।
मौजूदा अल्जाइमर उपचारों की सीमाएं
अब तक उपलब्ध अल्जाइमर उपचार मुख्य रूप से एमाइलॉइड बीटा प्रोटीन के जमाव या ऑक्सीडेटिव तनाव जैसे एकल कारणों को लक्षित करते रहे हैं, जिससे सीमित चिकित्सीय लाभ प्राप्त हुए हैं। INST के वैज्ञानिकों द्वारा प्रस्तुत यह नई रणनीति रोग की प्रगति को धीमा करने, स्मृति सुधारने, और संज्ञानात्मक कार्यों को पुनर्स्थापित करने में सहायक हो सकती है। यह केवल लक्षणों को कम करने के बजाय रोग की जड़ों पर प्रभाव डालने का प्रयास है।
नैनोपार्टिकल आधारित बहु-लक्ष्यीय रणनीति
इस उपचार पद्धति में EGCG-डोपामिन-ट्रिप्टोफैन नैनोपार्टिकल्स (EDTNPs) का निर्माण किया गया है। इन कणों में शामिल हैं:
- EGCG (एपिगालोकैटेचिन-3-गैलेट): ग्रीन टी में पाया जाने वाला पॉलीफेनॉल एंटीऑक्सिडेंट।
- डोपामिन: मस्तिष्क कार्यों के लिए आवश्यक न्यूरोट्रांसमीटर।
- ट्रिप्टोफैन: कोशिकीय प्रक्रियाओं में महत्वपूर्ण अमीनो एसिड।
यह संयोजन एमाइलॉइड बीटा जमाव, ऑक्सीडेटिव तनाव, सूजन और न्यूरोनल अपघटन — अल्जाइमर के चार प्रमुख पहलुओं को एक साथ लक्षित करता है।
बीडीएनएफ और डुअल-एक्शन प्लेटफॉर्म की भूमिका
शोधकर्ताओं ने इस उपचार को और प्रभावी बनाने के लिए ब्रेन-डिराइव्ड न्यूरोट्रॉफिक फैक्टर (BDNF) को इन नैनोपार्टिकल्स से जोड़ा, जिससे B-EDTNPs का निर्माण हुआ। BDNF मस्तिष्क में न्यूरॉन्स के विकास, सुरक्षा और पुनर्जनन के लिए आवश्यक है। डॉ. जीबन ज्योति पांडा के नेतृत्व में हुए इस शोध में यह स्पष्ट हुआ कि यह डुअल-एक्शन प्लेटफॉर्म एक ओर जहां टॉक्सिक एमाइलॉइड बीटा क्लंप्स को हटाता है, वहीं दूसरी ओर न्यूरोनल मरम्मत को प्रोत्साहित करता है — जो अल्जाइमर उपचार में दुर्लभ माना जाता है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- यह शोध विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के अंतर्गत INST मोहाली द्वारा किया गया है।
- EDTNPs में EGCG, डोपामिन और ट्रिप्टोफैन को एक साथ जोड़ा गया है।
- BDNF मस्तिष्क की तंत्रिकाओं की वृद्धि और सुरक्षा में सहायक है।
- यह शोध ‘Small’ नामक अंतरराष्ट्रीय जर्नल में प्रकाशित हुआ है।
प्रयोगशाला परीक्षणों और माउस मॉडल पर आधारित अध्ययनों से यह सिद्ध हुआ कि ये नैनोकण टॉक्सिक प्लाक्स को तोड़ते हैं, सूजन को कम करते हैं, स्मृति में सुधार लाते हैं और संज्ञानात्मक कार्यों को बहाल करते हैं। यह शोध अल्जाइमर रोग के उपचार के क्षेत्र में एक नई दिशा की ओर संकेत करता है, जिसमें न्यूरोडिजेनेरेशन और संज्ञानात्मक गिरावट दोनों पर एक साथ प्रभाव डाला जा सकता है।