अरुणाचल प्रदेश में अल्पाइन पौधे की नई प्रजाति खोजी गई

तीन संस्थानों के वैज्ञानिकों के एक समूह ने अरुणाचल प्रदेश के तवांग जिले में अल्पाइन पौधे की एक नई प्रजाति की खोज की है। विवरण जैव विविधता में प्रकाशित हुए थे: जर्नल ऑफ बायोलॉजिकल डाइवर्सिटी।

मुख्य बिंदु

  • पौधे की नई प्रजाति हिमालयन सूरजमुखी के परिवार से संबंधित है।
  • इसे क्रेमनथोडियम इंडिकम (Cremanthodium indicum) नाम दिया गया है।
  • पौधे की यह प्रजाति आमतौर पर जुलाई से अगस्त तक फूल देती है।
  • यह तवांग जिले के पेंगा-टेंग त्सो झील के लिए स्थानिक है।
  • IUCN दिशानिर्देश के अनुसार, इस प्रजाति को गंभीर रूप से संकटग्रस्त के रूप में सूचीबद्ध किया गया है

अल्पाइन पौधे

यह पौधे शुष्कता, कम तापमान, हवा, सूखा, पराबैंगनी विकिरण, खराब पोषण इत्यादि के लिए अनुकूलित होते हैं।

अल्पाइन जलवायु

इसे पर्वतीय जलवायु या उच्चभूमि की जलवायु भी कहा जाता है।

वृक्ष रेखा (Tree Line)

यह वह सीमा है जहाँ तक पेड़ उगने में सक्षम हैं। ट्री लाइन उच्च ऊंचाई और उच्च अक्षांश पर पाई जाती है। यह वह रेखा है जिसके आगे पेड़ अत्यधिक बर्फ़बारी, ठंडे तापमान या नमी की कमी जैसे पर्यावरणीय परिस्थितियों को सहन नहीं कर सकते हैं।

तवांग जिला

यह अरुणाचल प्रदेश के 16 प्रशासनिक जिलों में से सबसे छोटा जिला है। इसकी आबादी 49,977 है जो राज्य को भारत में आठवां सबसे कम आबादी वाला जिला है। इस जिले में मोनपा लोगों का निवास है।

Originally written on February 24, 2021 and last modified on February 24, 2021.

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