अरब सागर में बना चक्रवात ‘शक्ति’, आईएमडी ने जारी किया अलर्ट

अरब सागर में बना चक्रवात ‘शक्ति’, आईएमडी ने जारी किया अलर्ट

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 3 अक्टूबर 2025 को अरब सागर के उत्तर-पूर्वी हिस्से में चक्रवात “शक्ति (Cyclone Shakhti)” के गठन की आधिकारिक पुष्टि की। यह नाम श्रीलंका द्वारा दिया गया है। चक्रवात शक्ति तेजी से तीव्र होता हुआ पश्चिम-दक्षिण पश्चिम दिशा में आगे बढ़ रहा है और अगले 24 घंटों में इसके गंभीर चक्रवाती तूफान (Severe Cyclonic Storm) में बदलने की संभावना जताई गई है।

चक्रवात की वर्तमान स्थिति और संभावित मार्ग

IMD के अनुसार, “3 अक्टूबर को 1800 यूटीसी (11:30 बजे रात, भारतीय समयानुसार) तक चक्रवात शक्ति द्वारका से लगभग 340 किमी पश्चिम में केंद्रित था।”अद्यतन जानकारी के मुताबिक:

  • यह चक्रवात प्रारंभ में पश्चिम-उत्तर पश्चिम दिशा में बढ़ते हुए अब पश्चिम-दक्षिण पश्चिम की ओर मुड़ रहा है।
  • 4 अक्टूबर की सुबह तक इसके गंभीर चक्रवाती तूफान में बदलने की संभावना है।
  • 5 अक्टूबर तक यह उत्तर और मध्य अरब सागर के बीच के केंद्रीय भागों तक पहुँचेगा।
  • इसके बाद 6 अक्टूबर से यह पूर्व-उत्तर पूर्व दिशा में मुड़ने (recurve) की संभावना है।

पहले जारी बुलेटिन में बताया गया था कि 3 अक्टूबर शाम 5:30 बजे तक “शक्ति” 22.0°N अक्षांश और 66.4°E देशांतर पर स्थित था —

  • द्वारका से 280 किमी पश्चिम,
  • नलिया से 290 किमी पश्चिम-दक्षिण पश्चिम,
  • पाकिस्तान के कराची से 330 किमी दक्षिण-दक्षिण पश्चिम,
  • और पोरबंदर से 320 किमी पश्चिम।

मछुआरों और तटीय क्षेत्रों के लिए चेतावनी

आईएमडी ने गुजरात और उत्तर महाराष्ट्र के तटीय क्षेत्रों के लिए कड़ी चेतावनी जारी की है।3 से 6 अक्टूबर तक मछुआरों को उत्तर-पश्चिम, उत्तर-पूर्व और मध्य अरब सागर के किसी भी हिस्से में न जाने की सलाह दी गई है। तेज़ हवाओं और ऊँची लहरों की संभावना के कारण बंदरगाहों और तटीय प्रशासन को सतर्क रहने के निर्देश दिए गए हैं।

बढ़ते तापमान से अरब सागर में बढ़ी चक्रवातीय गतिविधि

विशेषज्ञों का कहना है कि “शक्ति” हाल के वर्षों में अरब सागर के असामान्य रूप से गर्म होने का एक और उदाहरण है।पहले की तुलना में यह क्षेत्र अब तेज़ी से तीव्र होने वाले चक्रवातों का नया केंद्र बनता जा रहा है।पिछले पाँच वर्षों में इसी क्षेत्र में दो बड़े चक्रवात —

  • तौकते (Tauktae, 2021) और
  • बिपरजॉय (Biparjoy, 2023)— ने भारत के पश्चिमी तट पर भारी नुकसान पहुँचाया था।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • चक्रवात “शक्ति” का नाम श्रीलंका द्वारा दिया गया है।
  • अरब सागर और बंगाल की खाड़ी — दोनों मिलकर भारत के तटवर्ती क्षेत्रों में अधिकांश उष्णकटिबंधीय चक्रवातों को जन्म देते हैं।
  • अरब सागर में औसतन प्रति वर्ष 1–2 प्रमुख चक्रवात बनते हैं, परंतु जलवायु परिवर्तन के चलते अब उनकी आवृत्ति और तीव्रता दोनों बढ़ रही हैं।
  • भारत में चक्रवात निगरानी और चेतावनी की ज़िम्मेदारी भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) की है, जिसका मुख्यालय नई दिल्ली में स्थित है।
Originally written on October 6, 2025 and last modified on October 6, 2025.

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