अमेरिकी ईमो रैपर पूरस्टेसी का 26 वर्ष की आयु में निधन
अमेरिकी ईमो रैपर और वैकल्पिक संगीत जगत के उभरते कलाकार पूरस्टेसी (POORSTACEY) का 26 वर्ष की आयु में निधन हो गया है। वे अपने अनूठे संगीत मिश्रण हिप-हॉप, पंक रॉक और मेटल के लिए जाने जाते थे। 29 नवंबर को फ्लोरिडा के बोका रैटन स्थित एक होटल में उन्हें अचेत अवस्था में पाया गया, जहां बाद में अस्पताल में उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। फिलहाल उनकी मृत्यु का कारण सार्वजनिक नहीं किया गया है।
घटना से जुड़ी प्रारंभिक जानकारी
पुलिस के अनुसार, पूरस्टेसी पिछले दस दिनों से बोका रैटन के एक होटल में ठहरे हुए थे। होटल स्टाफ के अनुसार, वे एक महिला और एक छोटे बच्चे के साथ वहां आए थे। पाम बीच काउंटी मेडिकल एग्ज़ामिनर ने उनकी मृत्यु की पुष्टि की है, परंतु परिस्थितियों का खुलासा नहीं किया गया है। कलाकार की अचानक मृत्यु से संगीत जगत और प्रशंसकों के बीच गहरा सदमा है।
प्रशंसकों और कलाकारों की भावनात्मक प्रतिक्रिया
पूरस्टेसी के निधन की खबर के बाद सोशल मीडिया पर प्रशंसकों ने भावनात्मक संदेश साझा किए। कई लोगों ने उन्हें ऐसा कलाकार बताया जिसने अपनी भावनात्मक और ईमानदार रचनाओं से उनकी ज़िंदगी को प्रभावित किया। साथी संगीतकारों ने भी उनके प्रति श्रद्धांजलि अर्पित की और कहा कि उन्होंने ईमो और वैकल्पिक रैप संगीत में एक नई दिशा दी। कई कलाकारों ने यह भी उल्लेख किया कि उनकी कला अक्सर मानसिक स्वास्थ्य संघर्षों को दर्शाती थी, जो आज की पीढ़ी के साथ गहराई से जुड़ती है।
संगीत करियर और उपलब्धियाँ
पूरस्टेसी का वास्तविक नाम कार्लिटो जूनियर मिलफोर्ट था। उनका जन्म फ्लोरिडा के पाम बीच में हुआ। 2019 में जारी उनकी पहली ईपी “आई डोंट केयर” से उन्हें प्रारंभिक पहचान मिली। 2020 में उनका पहला एल्बम रिलीज़ हुआ, जिसने उन्हें वैकल्पिक संगीत जगत में स्थापित किया। उन्होंने कई प्रसिद्ध कलाकारों के साथ सहयोग किया और अपनी तीव्र ध्वनि तथा भावनात्मक गीतों के माध्यम से युवाओं के बीच मजबूत पहचान बनाई।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- पूरस्टेसी का असली नाम कार्लिटो जूनियर मिलफोर्ट था।
- उनका निधन 29 नवंबर 2025 को बोका रैटन, फ्लोरिडा में हुआ।
- उनकी पहली ईपी “I Don’t Care” वर्ष 2019 में रिलीज़ हुई थी।
- वे हिप-हॉप, पंक रॉक और मेटल संगीत के मिश्रण के लिए जाने जाते थे।
वैकल्पिक संगीत जगत पर प्रभाव
पूरस्टेसी ने अपने प्रयोगात्मक संगीत और आत्माभिव्यक्ति से आधुनिक ईमो और वैकल्पिक रैप शैली को नई पहचान दी। उनकी रचनाएँ उन युवाओं के साथ गहराई से जुड़ी रहीं जो भावनाओं, संघर्ष और आत्म-खोज की यात्रा से गुजर रहे हैं। उनकी असमय मृत्यु न केवल संगीत जगत के लिए, बल्कि उन प्रशंसकों के लिए भी बड़ी क्षति है जिन्होंने उनके संगीत में अपने जीवन का प्रतिबिंब देखा था।