अमेरिकी अंतर्राष्ट्रीय विकास वित्त निगम भारत के NIIF में निवेश करेगा

अमेरिकी अंतर्राष्ट्रीय विकास वित्त निगम भारत के NIIF में निवेश करेगा

अमेरिकी अंतर्राष्ट्रीय विकास वित्त निगम (U.S. International Development Finance Corporation – DFC) ने भारत में राष्ट्रीय निवेश और अवसंरचना कोष (NIIF) में निवेश करने की घोषणा की है। इस घोषणा के अनुसार, डीएफसी महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचा परियोजनाओं के विकास का समर्थन करने के लिए NIIFके लिए इक्विटी में 54 मिलियन डॉलर  का निवेश करेगा।

मुख्य बिंदु

डीएफसी का यह निवेश NIIF के मास्टर फंड के लिए फंड्स जुटाने के अंतिम दौर का एक हिस्सा है। इस निवेश के साथ, मास्टर फंड के लिए फंड्स जुटाने का कार्य पूरा हो गया है। एनआईआईएफ देश में महत्वपूर्ण विकास चुनौतियों को संबोधित करने और आर्थिक विकास का समर्थन करने के लिए इस पूंजी का उपयोग करेगा।

अमेरिकी अंतर्राष्ट्रीय विकास वित्त निगम (US International Development Finance Corporation)

यह अमेरिका का एक विकासात्मक वित्तपोषण संस्थान है। इसका मुख्य उद्देश्य मध्यम और निम्न-आय वाले देशों में निजी विकास परियोजनाओं के लिए वित्त प्रदान करना है। इसका गठन वर्ष 2019 में किया गया था और इसका मुख्यालय वाशिंगटन में है।

राष्ट्रीय निवेश व अधोसंरचना फण्ड (NIIF)

NIIF की स्थापना दिसम्बर, 2015 में की गयी थी, इसका उद्देश्य अधोसंरचना क्षेत्र में निवेश को बढ़ावा देना था। देश में अधोसंरचना को बढ़ावा देने के लिए इस फण्ड की आवश्यकता थी। इससे देश के आर्थिक विकास को भी बल मिलेगा। इस फण्ड में निवेशकों को जोखिम समायोजित रिटर्न्स दिए जाते हैं।

NIIF को भारतीय प्रतिभूति व विनिमय बोर्ड में केटेगरी 2 अल्टरनेट इन्वेस्टमेंट फण्ड में पंजीकृत किया गया है। NIIF में आने वाले वर्षों में 40,000 करोड़ रूपए की राशि एकत्रित करने का लक्ष्य रखा गया है। इस फण्ड का 49% हिस्सा केंद्र सरकार द्वारा प्रदान किया जायेगा, जबकि शेष 51% हिस्सा घरेलु व वैश्विक निवेशकों से प्राप्त किया जायेगा। NIIF की गवर्निंग कौंसिल की अध्यक्षता वित्त मंत्री द्वारा की जाती है, गवर्निंग कौंसिल सलाहकार परिषद् के रूप में कार्य करती है।

Originally written on December 23, 2020 and last modified on December 23, 2020.

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