अमेरिका में पहली बार एच5एन5 बर्ड फ्लू संक्रमण का मामला
अमेरिका में पहली बार एच5एन5 (H5N5) एवियन इन्फ्लूएंजा संक्रमण का मानव मामला दर्ज किया गया है, जिसने वैश्विक स्वास्थ्य विशेषज्ञों का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है। यह संक्रमण एक बुजुर्ग व्यक्ति में पाया गया, जिनकी पहले से स्वास्थ्य समस्याएँ थीं। उन्हें नवंबर की शुरुआत में बर्ड फ्लू जैसे लक्षणों के साथ अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहाँ विस्तृत लैब परीक्षणों के बाद एच5एन5 संक्रमण की पुष्टि हुई।
संक्रमण की पहचान कैसे हुई
प्रारंभिक जांच में मरीज में इंफ्लूएंजा ए (H5) का संक्रमण पाया गया। आगे की प्रयोगशाला जांच से यह स्पष्ट हुआ कि यह विशेष रूप से एच5एन5 उपप्रकार है, जो अब तक केवल पक्षियों और जानवरों में पाया गया था। बताया गया कि मरीज के पास मिश्रित प्रकार के घरेलू पक्षी थे, जिनका संपर्क संभवतः जंगली पक्षियों से हुआ था। विशेषज्ञों का मानना है कि संक्रमण पशु से मानव में इसी संपर्क के माध्यम से फैला होगा। वर्तमान में स्वास्थ्य एजेंसियां संक्रमण के सटीक स्रोत की जांच में जुटी हैं।
एवियन इन्फ्लूएंजा क्या है
एवियन इन्फ्लूएंजा या बर्ड फ्लू एक वायरल संक्रमण है जो मुख्य रूप से जंगली जलपक्षियों में पाया जाता है। ये पक्षी लंबे समय तक वायरस के प्राकृतिक वाहक बने रहते हैं। यह संक्रमण घरेलू मुर्गियों और अन्य पक्षियों में फैल सकता है और कभी-कभी मनुष्यों में भी पहुंच जाता है। इंफ्लूएंजा ए वायरस को दो प्रोटीनों हीमैग्लूटिनिन (H) और न्यूरामिनिडेज (N) के आधार पर वर्गीकृत किया जाता है। इन्हीं संयोजनों से H5N1, H5N8 और H5N5 जैसे प्रकार बनते हैं। कुछ उपप्रकार कम घातक होते हैं, जबकि कुछ अत्यधिक घातक होकर पक्षियों में बड़े पैमाने पर मृत्यु का कारण बनते हैं।
एच5एन5 पर विशेष निगरानी क्यों
एच5 समूह के वायरस अपनी आनुवंशिक विविधता और पुनर्संयोजन (reassortment) क्षमता के लिए जाने जाते हैं। इसका अर्थ है कि यह वायरस नए रूपों में विकसित हो सकता है। हालांकि फिलहाल मनुष्यों के लिए इसका जोखिम कम बताया जा रहा है, फिर भी विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और अन्य वैश्विक संस्थाएं सतर्क निगरानी बनाए हुए हैं। किसी भी वायरस का पशु से मानव में संक्रमण उसकी संभावित विकासशील क्षमता का संकेत होता है, जो भविष्य में स्वास्थ्य संकट बन सकता है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- एवियन इन्फ्लूएंजा वायरस H और N सतही प्रोटीनों के आधार पर वर्गीकृत किए जाते हैं।
- एच5एन5 का मानव में यह पहला पुष्ट मामला है।
- बर्ड फ्लू मनुष्यों में आमतौर पर संक्रमित पक्षियों के सीधे संपर्क से फैलता है।
- जंगली जलपक्षी इंफ्लूएंजा ए वायरस के प्रमुख प्राकृतिक भंडार हैं।
संक्रमण, लक्षण और बचाव
बर्ड फ्लू का संक्रमण आमतौर पर संक्रमित पक्षियों के मल, झरने वाले पंख, धूल, या दूषित सतहों के संपर्क से होता है। पोल्ट्री फार्म या जीवित पक्षी बाजार इस संक्रमण के सामान्य स्थल हैं। संक्रमित व्यक्ति में बुखार, खांसी, गले में दर्द, थकान और पाचन संबंधी समस्याएं देखी जा सकती हैं। गंभीर मामलों में यह निमोनिया या श्वसन संकट में बदल सकता है। बचाव के लिए बीमार पक्षियों से दूरी बनाना, पोल्ट्री संभालते समय सुरक्षा उपकरण पहनना और मुर्गी-मांस को पूरी तरह पकाकर खाना आवश्यक है। स्वास्थ्य एजेंसियाँ शुरुआती जांच और सतर्क निगरानी को संक्रमण के प्रसार को रोकने का सबसे प्रभावी उपाय मानती हैं।