अमेरिका-चीन के बीच प्रत्यक्ष सैन्य संवाद की पहल: टकराव रोकने की रणनीति
अमेरिका और चीन ने अपने सैन्य संबंधों में एक नया अध्याय जोड़ते हुए प्रत्यक्ष सैन्य संचार चैनल स्थापित करने का निर्णय लिया है। यह ऐतिहासिक समझौता मलेशिया में आयोजित ASEAN रक्षा मंत्रियों की बैठक-प्लस के दौरान अमेरिकी रक्षा सचिव पीट हेगसेथ और चीनी रक्षा मंत्री एडमिरल डोंग जुन के बीच द्विपक्षीय वार्ता में हुआ। इस कदम का उद्देश्य दोनों देशों के बीच किसी भी आकस्मिक सैन्य टकराव की संभावना को कम करना है।
तनाव घटाने और स्थिरता पर केंद्रित वार्ता
रक्षा सचिव हेगसेथ ने शनिवार को घोषणा की कि यह पहल हिंद-प्रशांत क्षेत्र में “गलतफहमियों या मतभेदों को अनियोजित संघर्ष में बदलने से रोकने” के लिए की गई है। उन्होंने बताया कि उन्होंने एडमिरल डोंग के साथ निरंतर संवाद किया और दोनों नेताओं ने क्षेत्रीय शांति और स्थिरता को प्राथमिकता देने की प्रतिबद्धता जताई। ताइवान जलडमरूमध्य और दक्षिण चीन सागर में बढ़ते तनाव को देखते हुए यह संवाद अत्यंत महत्वपूर्ण है।
वर्षों के तनाव के बाद सैन्य वार्ता की बहाली
यह समझौता अमेरिका-चीन संबंधों में लंबे समय से चल रही संवादहीनता को समाप्त करता है। 2022 में तत्कालीन अमेरिकी प्रतिनिधि सभा की स्पीकर नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद बीजिंग ने सैन्य वार्ताएं निलंबित कर दी थीं। 2024 के अंत में बाइडेन प्रशासन के तहत सीमित संवाद फिर शुरू हुआ था, लेकिन अब जाकर औपचारिक सैन्य संवाद ढांचे की बहाली सुनिश्चित हुई है।
क्षेत्रीय पृष्ठभूमि और रणनीतिक महत्व
यह निर्णय ऐसे समय आया है जब ताइवान और दक्षिण चीन सागर जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में अमेरिकी और चीन समर्थित जहाजों के बीच टकराव की घटनाएं बढ़ रही हैं। विश्लेषकों का मानना है कि यह सैन्य संचार प्रणाली इन विवादास्पद क्षेत्रों में किसी भी आकस्मिक सैन्य संघर्ष को रोकने का प्रभावी माध्यम बन सकती है। हेगसेथ ने वर्तमान अमेरिका-चीन संबंधों को “अब तक के सर्वश्रेष्ठ चरण” में बताया और दक्षिण कोरिया में ट्रंप-शी जिनपिंग मुलाकात को द्विपक्षीय रिश्तों में सकारात्मक बदलाव का श्रेय दिया।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- अमेरिका और चीन ने नवंबर 2025 में सैन्य संचार चैनल स्थापित करने पर सहमति जताई।
- यह निर्णय मलेशिया में ASEAN रक्षा मंत्रियों की बैठक-प्लस के दौरान हुआ।
- सैन्य वार्ताएं 2022 में नैन्सी पेलोसी की ताइवान यात्रा के बाद निलंबित कर दी गई थीं।
- इस नई संचार प्रणाली की निगरानी एडमिरल डोंग जुन और सचिव पीट हेगसेथ करेंगे।
भविष्य की बैठकें और नीति की दिशा
दोनों देशों ने आगे की बैठकों में संचार प्रोटोकॉल और संचालन तंत्र को अंतिम रूप देने का संकल्प लिया है। चीन के रक्षा मंत्रालय ने “समानता, सम्मान और शांतिपूर्ण सहअस्तित्व” पर आधारित संबंध बनाने की इच्छा जताई है। यह पहल अमेरिकी रक्षा विभाग की आगामी राष्ट्रीय रक्षा नीति के साथ मेल खाती है, जिसमें टकराव की नीति से हटकर सहयोग और स्थिरता को प्राथमिकता दिए जाने की संभावना है।