अमेरिका का Minuteman III मिसाइल परीक्षण: परमाणु शक्ति और शांति के संतुलन की दिशा में कदम

अमेरिका का Minuteman III मिसाइल परीक्षण: परमाणु शक्ति और शांति के संतुलन की दिशा में कदम

अमेरिका ने 5 नवम्बर 2025 को कैलिफोर्निया स्थित वैंडनबर्ग स्पेस फोर्स बेस से Minuteman III इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) का सफल परीक्षण किया। यह परीक्षण ऐसे समय पर हुआ है जब राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में अमेरिका के परमाणु परीक्षण कार्यक्रम को फिर से शुरू करने की वकालत की थी। मिसाइल ने लगभग 7,500 किलोमीटर की दूरी तय करते हुए मार्शल द्वीप समूह के पास स्थित रोनाल्ड रीगन बैलिस्टिक मिसाइल डिफेंस टेस्ट साइट पर अपने लक्ष्य को सफलतापूर्वक भेदा।

नियमित परीक्षण या रणनीतिक संकेत?

हालांकि अमेरिकी वायुसेना ने स्पष्ट किया कि “GT 254” कोडनाम वाला यह परीक्षण महीनों पहले निर्धारित था और इसका उद्देश्य मिसाइल प्रणाली की विश्वसनीयता और सटीकता को परखना था, लेकिन इसकी समयावधि राष्ट्रपति ट्रम्प के हालिया परमाणु बयानों के चलते अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चर्चा का विषय बन गई है। 576वीं फ्लाइट टेस्ट स्क्वाड्रन की कमांडर लेफ्टिनेंट कर्नल कैरी रे ने कहा कि यह परीक्षण यह सुनिश्चित करने के लिए था कि अमेरिका की परमाणु प्रतिरोधक क्षमता पूरी तरह से क्रियाशील है।

Minuteman III की विशेषताएँ

Minuteman III, 1970 के दशक से अमेरिकी ज़मीनी-आधारित परमाणु arsenal की रीढ़ है। यह मिसाइल 13,000 किलोमीटर तक की दूरी तय करने में सक्षम है और इसमें कई परमाणु वॉरहेड ले जाने की क्षमता है। इसका नाम “Minuteman” इस आधार पर रखा गया है कि यह आदेश मिलते ही एक मिनट के भीतर लॉन्च हो सकता है — जो शीत युद्ध काल की तत्काल प्रतिक्रिया नीति का प्रतीक है। यद्यपि यह प्रणाली पुरानी हो चुकी है, लेकिन लगातार तकनीकी उन्नयन इसे आज भी विश्व की सबसे प्रभावशाली बैलिस्टिक मिसाइल प्रणालियों में शामिल रखते हैं।

परमाणु शक्ति के साथ शांति की नीति

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने परीक्षण के बाद दिए अपने बयान में दोहराया कि वह विश्व से परमाणु हथियारों को समाप्त करना चाहते हैं, लेकिन अमेरिका की असीमित परमाणु क्षमता भी बनाए रखना अनिवार्य है। उन्होंने कहा, “हम दुनिया को 150 बार उड़ा सकते हैं, लेकिन इसकी ज़रूरत नहीं होनी चाहिए।” ट्रम्प ने यह भी दावा किया कि उन्होंने रूस और चीन के नेताओं से शस्त्र नियंत्रण पर चर्चा की है। उन्होंने यह स्पष्ट किया कि ये परीक्षण आक्रामकता नहीं, बल्कि प्रतिरोधक शक्ति को बनाए रखने के लिए हैं।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • Minuteman III मिसाइल का परीक्षण 5 नवम्बर 2025 को वैंडनबर्ग स्पेस फोर्स बेस से किया गया।
  • मिसाइल ने 7,500 किमी की दूरी तय कर लक्ष्य को सफलतापूर्वक भेदा।
  • यह “GT 254” नामक एक अनआर्म्ड (गैर-परमाणु) परीक्षण था, जिसे 576वीं फ्लाइट टेस्ट स्क्वाड्रन ने अंजाम दिया।
  • Minuteman III की अधिकतम सीमा लगभग 13,000 किमी है और यह अमेरिका की परमाणु त्रिकोणीय प्रणाली (nuclear triad) का हिस्सा है।

भविष्य की योजना और वैश्विक परिप्रेक्ष्य

ऊर्जा मंत्री क्रिस राइट ने स्पष्ट किया कि वर्तमान परीक्षण कार्यक्रम में परमाणु विस्फोट शामिल नहीं हैं और केवल प्रणाली की कार्यप्रणाली की जांच की जा रही है। अमेरिका ने वर्ष 2030 तक Minuteman III को अगली पीढ़ी की ICBM प्रणाली से बदलने की योजना बनाई है। यह कदम जहाँ एक ओर राष्ट्रीय सुरक्षा की दृष्टि से महत्वपूर्ण है, वहीं विश्लेषकों ने चेतावनी दी है कि इससे नई रणनीतिक प्रतिस्पर्धा शुरू हो सकती है — जो विश्व शांति प्रयासों को जटिल बना सकती है।

Originally written on November 8, 2025 and last modified on November 8, 2025.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *