अमेरिका का ‘गोल्डन डोम’: मिसाइल सुरक्षा में नई क्रांति या राजनीतिक विवाद?

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हाल ही में ‘गोल्डन डोम’ नामक एक महत्वाकांक्षी मिसाइल रक्षा प्रणाली की घोषणा की है, जिसका उद्देश्य अमेरिका को लंबी दूरी की मिसाइलों से सुरक्षा प्रदान करना है। यह परियोजना इजरायल के ‘आयरन डोम’ से प्रेरित है, लेकिन इसका दायरा कहीं अधिक व्यापक और तकनीकी रूप से उन्नत है।

‘गोल्डन डोम’ क्या है?

‘गोल्डन डोम’ एक बहु-स्तरीय मिसाइल रक्षा प्रणाली है, जिसकी अनुमानित लागत $175 बिलियन है। यह प्रणाली चार चरणों में मिसाइल हमलों का पता लगाने और उन्हें निष्क्रिय करने में सक्षम होगी: प्रक्षेपण से पहले, प्रक्षेपण के तुरंत बाद, मध्य उड़ान में, और लक्ष्य पर गिरने से पहले। इस परियोजना में पहली बार अंतरिक्ष में अमेरिकी हथियारों की तैनाती की जाएगी, जिससे यह रणनीतिक दृष्टिकोण से एक बड़ा परिवर्तन है ।

कनाडा को 51वां राज्य बनने का प्रस्ताव

ट्रंप ने कनाडा को ‘गोल्डन डोम’ प्रणाली में शामिल होने के लिए दो विकल्प दिए हैं: या तो $61 बिलियन का भुगतान करें, या अमेरिका का 51वां राज्य बन जाएं और मुफ्त में सुरक्षा प्राप्त करें। हालांकि, कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने इस प्रस्ताव को सख्ती से खारिज करते हुए कहा, “कनाडा बिक्री के लिए नहीं है” ।

कनाडा की भौगोलिक और रणनीतिक भूमिका

कनाडा की भौगोलिक स्थिति ‘गोल्डन डोम’ के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। आर्कटिक क्षेत्र में स्थित होने के कारण, कनाडा की भूमि अमेरिका को रूस और चीन से आने वाले संभावित मिसाइल हमलों का शीघ्र पता लगाने में मदद कर सकती है। इसके अलावा, कनाडा और अमेरिका के बीच 67 वर्षीय NORAD (North American Aerospace Defense Command) साझेदारी पहले से ही मौजूद है, जिसमें कनाडा ने 2022 में $28 बिलियन का निवेश किया था ।

कनाडा की प्रतिक्रिया और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया

कनाडा के संयुक्त राष्ट्र में राजदूत बॉब रे ने ट्रंप के प्रस्ताव की तुलना “प्रोटेक्शन रैकेट” से की, जो संगठित अपराध से जुड़ा एक शब्द है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र चार्टर का हवाला देते हुए कहा कि सभी राष्ट्रों की संप्रभुता समान है और किसी भी प्रकार की धमकी अस्वीकार्य है ।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • ‘गोल्डन डोम’ परियोजना की अनुमानित लागत $175 बिलियन है, लेकिन कांग्रेसनल बजट ऑफिस के अनुसार, इसकी कुल लागत 20 वर्षों में $831 बिलियन तक पहुंच सकती है ।
  • यह परियोजना इजरायल के ‘आयरन डोम’ से प्रेरित है, लेकिन इसका दायरा वैश्विक है और इसमें अंतरिक्ष-आधारित हथियारों की तैनाती शामिल है।
  • कनाडा और अमेरिका के बीच NORAD साझेदारी 1958 से चल रही है, जिसका उद्देश्य उत्तरी अमेरिका की हवाई सुरक्षा सुनिश्चित करना है।
  • ट्रंप के प्रस्ताव के अनुसार, कनाडा को ‘गोल्डन डोम’ में शामिल होने के लिए $61 बिलियन का भुगतान करना होगा, यदि वह स्वतंत्र राष्ट्र बना रहता है।

अंत में, ‘गोल्डन डोम’ परियोजना तकनीकी रूप से एक बड़ी छलांग है, लेकिन इसके राजनीतिक और कूटनीतिक पहलू भी उतने ही जटिल हैं। कनाडा की संप्रभुता पर उठे सवाल और अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया इस परियोजना के भविष्य को प्रभावित कर सकते हैं। यह देखना दिलचस्प होगा कि आने वाले वर्षों में यह परियोजना कैसे आकार लेती है और अमेरिका-कनाडा संबंधों पर इसका क्या प्रभाव पड़ता है।

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