अमृत सरोवर मिशन: 68 हज़ार से अधिक जलाशयों ने बदली ग्रामीण भारत की तस्वीर

भारत सरकार द्वारा वर्ष 2022 में शुरू किए गए अमृत सरोवर मिशन के अंतर्गत अब तक 68,000 से अधिक जलाशयों का निर्माण या पुनर्जीवन किया जा चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आरंभ किए गए इस मिशन का उद्देश्य प्रत्येक जिले में 75 अमृत सरोवरों का निर्माण करना है, जिससे जल संरक्षण, सामुदायिक भागीदारी और सांस्कृतिक पुनर्जीवन को एक नई दिशा दी जा सके।
मिशन की तकनीकी और सामुदायिक नींव को मजबूत करने पर राष्ट्रीय कार्यशाला
हाल ही में ग्रामीण विकास मंत्रालय ने नई दिल्ली में इस मिशन पर एक राष्ट्रीय कार्यशाला आयोजित की। कार्यशाला का मुख्य उद्देश्य था मिशन की तकनीकी क्षमताओं को मजबूत करना और अमृत सरोवरों को सतत् एवं समुदाय-आधारित केंद्रों के रूप में विकसित करना। इसमें सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के अधिकारियों ने भाग लिया और मिशन के अगले चरण के लिए नवाचार और सहयोग के रास्तों पर चर्चा की।
नुआमुंडा टैंक: उपेक्षा से उत्थान तक
ओडिशा के बलांगीर ज़िले के खगसीकाना गांव में स्थित नुआमुंडा टैंक अमृत सरोवर मिशन की सफलता की एक प्रेरणादायक मिसाल है। यह जलाशय 1.1 एकड़ में फैला है और पास ही स्थित श्री स्वप्नेश्वर महादेव मंदिर के कारण सांस्कृतिक रूप से अत्यंत महत्वपूर्ण है। समय के साथ इसकी हालत खराब हो गई थी, लेकिन ब्लॉक प्रशासन द्वारा इसे अमृत सरोवर मिशन के तहत चिन्हित किया गया, जिसके बाद गांववासियों के सहयोग से इसका कायाकल्प हुआ।
योजना, संसाधन और कार्य
- तकनीकी आकलन: भू-स्थानिक तकनीक से स्थल का विश्लेषण
- वित्तीय सहयोग: ₹10 लाख – मनरेगा से, ₹5 लाख – वित्त आयोग अनुदान से
- मुख्य कार्य: जलाशय की गहराई 10,000 घन मीटर तक बढ़ाई गई, तटबंधों को मजबूत किया गया, अतिक्रमण हटाए गए
- सामुदायिक भागीदारी: पौधारोपण, सौंदर्यीकरण, नियमित देखरेख
अब यह जलाशय केवल जल स्रोत नहीं बल्कि एक सुंदर, सुव्यवस्थित और जीवंत सामुदायिक स्थल बन गया है, जिसमें छायादार वृक्ष, बैठने की व्यवस्था और रोशनी की सुविधाएं शामिल हैं।
जल से कहीं अधिक लाभ
- सांस्कृतिक गौरव: धार्मिक और पारंपरिक आयोजनों का पुनर्जीवन
- कृषि में लाभ: मृदा में नमी, लघु फसलों की संभावना
- आजीविका संवर्धन: मछली पालन, फूलों की खेती और भूजल पुनर्भरण
- सामाजिक संवाद: सामाजिक मेलजोल के लिए नया केंद्र
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- अमृत सरोवर मिशन की शुरुआत अप्रैल 2022 में हुई थी।
- मिशन का लक्ष्य: प्रत्येक जिले में 75 अमृत सरोवर।
- अब तक 68,000+ जलाशय बनाए या पुनर्जीवित किए जा चुके हैं।
- ओडिशा में 7,075 स्थलों की पहचान हो चुकी है; 487 स्थलों पर कार्य प्रगति पर है।
- यह मिशन जल संरक्षण के साथ-साथ सांस्कृतिक, पारिस्थितिकीय और आर्थिक पुनर्जागरण का माध्यम बन चुका है।