अमरावती में बनेगा क्वांटम तकनीक उत्कृष्टता केंद्र: भारत के डिजिटल भविष्य की दिशा में बड़ा कदम
भारत ने क्वांटम प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपनी स्थिति को मजबूत करने की दिशा में एक अहम कदम उठाया है। सेंटर फॉर डेवलपमेंट ऑफ टेलिमेटिक्स (सी-डॉट) ने आंध्र प्रदेश सरकार के साथ एक समझौता किया है, जिसके तहत राज्य की राजधानी अमरावती में “अमरावती क्वांटम वैली” पहल को विकसित किया जाएगा। यह परियोजना आंध्र प्रदेश को देश का प्रमुख क्वांटम नवाचार केंद्र बनाने की दिशा में अग्रसर है।
क्वांटम टेक्नोलॉजी में उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना
सी-डॉट अमरावती में एक समर्पित सेंटर ऑफ एक्सीलेंस इन क्वांटम टेक्नोलॉजीज स्थापित करेगा, जो क्वांटम कम्युनिकेशन, क्वांटम सुरक्षा और गोपनीयता संवर्धन तकनीकों पर केंद्रित होगा। यह केंद्र राष्ट्रीय क्वांटम मिशन के उद्देश्यों के अनुरूप अनुसंधान, परीक्षण और विकास कार्यों को आगे बढ़ाएगा। इसका मुख्य उद्देश्य सुरक्षित संचार अवसंरचना विकसित करना और क्वांटम-सुरक्षित प्रणालियों को बढ़ावा देना है।
एकीकृत क्वांटम इकोसिस्टम का निर्माण
“अमरावती क्वांटम वैली” पहल के तहत हार्डवेयर निर्माण, सॉफ्टवेयर विकास, अकादमिक अनुसंधान और कुशल जनशक्ति को एक ही मंच पर जोड़ने की योजना है। राज्य सरकार द्वारा दी जा रही अवसंरचना सहायता और निजी साझेदारियाँ इस परियोजना की रीढ़ हैं। इससे क्वांटम स्टार्टअप्स, उद्योगों और शोधकर्ताओं के बीच सहयोग का एक सशक्त पारिस्थितिकी तंत्र विकसित होगा।
सुरक्षा और डेटा संरक्षण पर विशेष ध्यान
नया केंद्र डेटा संरक्षण से जुड़े राष्ट्रीय मानकों के अनुरूप तकनीकी समाधान विकसित करेगा। इसमें डिजिटल पर्सनल डेटा प्रोटेक्शन फ्रेमवर्क के साथ संगत गोपनीयता-संवर्धन तकनीकों को प्राथमिकता दी जाएगी। साथ ही, क्वांटम कम्युनिकेशन सिस्टम के लिए किफायती घटक निर्माण और क्वांटम सुरक्षा उपकरणों के परीक्षण हेतु एकीकृत टेस्टबेड की स्थापना भी की जाएगी।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- राष्ट्रीय क्वांटम मिशन भारत में दीर्घकालिक क्वांटम अनुसंधान और विकास को बढ़ावा देता है।
- गोपनीयता संवर्धन तकनीकें डेटा सुरक्षा कानूनों के अनुपालन को सुदृढ़ करती हैं।
- अमरावती क्वांटम वैली आंध्र प्रदेश में एकीकृत क्वांटम इकोसिस्टम स्थापित करने की पहल है।
- सी-डॉट दूरसंचार विभाग की प्रमुख अनुसंधान एवं विकास संस्था है।
सहयोग और भविष्य की रूपरेखा
यह समझौता विशाखापत्तनम में आयोजित एक बड़े उद्योग सम्मेलन के दौरान आंध्र प्रदेश की आईटी नेतृत्व टीम की उपस्थिति में हस्ताक्षरित हुआ। आने वाले वर्षों में यह केंद्र न केवल अनुसंधान और नवाचार को प्रोत्साहन देगा, बल्कि भारत की क्वांटम संचार क्षमता को भी सुदृढ़ करेगा। यह कदम देश के अगले चरण के डिजिटल सुरक्षा और प्रौद्योगिकीय आत्मनिर्भरता की दिशा में एक निर्णायक प्रगति का प्रतीक है।