अफ्रीका की ग्रेट ग्रीन वॉल परियोजना: आशाओं और हकीकत के बीच की खाई

अफ्रीका की ग्रेट ग्रीन वॉल परियोजना: आशाओं और हकीकत के बीच की खाई

2007 में अफ्रीकी संघ द्वारा शुरू की गई ग्रेट ग्रीन वॉल परियोजना एक भव्य दृष्टि थी — 6,000 किलोमीटर लंबी और 15 किलोमीटर चौड़ी वृक्षों की पट्टी जो सहेल क्षेत्र में 11 देशों से होते हुए सेनेगल से लेकर जिबूती और इथियोपिया तक फैली होनी थी। इसका उद्देश्य केवल सहारा रेगिस्तान के विस्तार को रोकना ही नहीं, बल्कि जलवायु परिवर्तन, गरीबी और चरमपंथ से भी मुकाबला करना था। परंतु, लगभग दो दशक बाद, इस परियोजना के वास्तविक परिणाम उम्मीदों से काफी पीछे हैं।

वित्तीय वचन और हकीकत का अंतर

अब तक इस परियोजना के लिए 20 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक की राशि का वादा किया गया है, जिनमें 2015 के पेरिस जलवायु सम्मेलन में 4 अरब डॉलर और 2021 के वन प्लैनेट समिट में 14.3 अरब डॉलर शामिल हैं। लेकिन 2011 से 2019 के बीच केवल 149 मिलियन डॉलर ही ग्राउंड लेवल तक पहुंचे। 2021 में घोषित 14.3 अरब डॉलर में से मार्च 2023 तक केवल 2.5 अरब डॉलर वितरित किए गए।
इस वित्तीय खाई के कई कारण हैं:

  • कठोर नौकरशाही प्रक्रियाएं
  • फंड रिसीव करने वाली एजेंसियों का अभाव
  • योजनाओं का स्थानीय प्रशासन तक न पहुंचना
  • सुरक्षा स्थितियाँ और शासन परिवर्तन

इसके अतिरिक्त, अधिकांश फंड वृक्षारोपण के बजाय अन्य विकास परियोजनाओं में चले जाते हैं।

सेनेगल में स्थिति और उपग्रह चित्रों से निष्कर्ष

सेनेगल, जो आकार में छोटा देश है, लेकिन परियोजना के सबसे सक्रिय प्रतिभागियों में रहा है। उसने 817,500 हेक्टेयर भूमि को बहाल करने का लक्ष्य रखा है। लेकिन उपग्रह तस्वीरों से पता चला है कि 36 में से केवल एक क्षेत्र ऐसा था जो प्राकृतिक रूप से अधिक हरा-भरा दिखाई दिया। वृक्षारोपण के बावजूद वास्तविक हरियाली में खास वृद्धि नहीं हुई।
इसके पीछे कई कारण हैं:

  • वृक्षों को पानी नहीं दिया जाता
  • हल्के मानसून में पौधे सूख जाते हैं
  • चारागाह के जानवर पौधों को खा जाते हैं जब बाड़बंदी नहीं होती
  • सूखा-रोधी पौधे भी विपरीत मौसम में नहीं टिक पाते

सामाजिक लाभ और उनकी सीमाएँ

परियोजना ने नर्सरियों, पौधारोपण, और स्थानीय गार्डों के रूप में अस्थायी रोजगार दिए हैं। साथ ही गोंद (gum Arabic), मरु तिथियाँ जैसे वन उत्पादों की कटाई और स्वास्थ्य सेवाएं, फायरब्रेक निर्माण जैसे लाभ भी सामने आए हैं। परंतु ये नौकरियाँ अल्पकालिक हैं और स्थायित्व का अभाव है।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • ग्रेट ग्रीन वॉल परियोजना का उद्देश्य 100 मिलियन हेक्टेयर भूमि की बहाली है।
  • अब तक 20 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक की राशि का वादा किया गया, पर 2023 तक केवल 2.5 अरब डॉलर वितरित हुए।
  • सेनेगल ने 817,500 हेक्टेयर भूमि को पुनर्स्थापित करने का लक्ष्य रखा है।
  • 2020 की एक रिपोर्ट के अनुसार, परियोजना के पहले 8 वर्षों में केवल 149 मिलियन डॉलर ही ग्राउंड तक पहुंचे।
Originally written on October 10, 2025 and last modified on October 10, 2025.

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