अपोलो एथेना: दिल्ली में महिलाओं के लिए एशिया का पहला समर्पित कैंसर केंद्र

अपोलो एथेना: दिल्ली में महिलाओं के लिए एशिया का पहला समर्पित कैंसर केंद्र

अपोलो हॉस्पिटल्स एंटरप्राइज लिमिटेड (AHEL) ने महिलाओं के लिए समर्पित एशिया के पहले कैंसर केंद्र ‘अपोलो एथेना’ का उद्घाटन सोमवार को नई दिल्ली के डिफेंस कॉलोनी में किया। इस ऐतिहासिक पहल का शुभारंभ दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने किया, जिसमें अपोलो समूह के संस्थापक अध्यक्ष डॉ. प्रताप सी रेड्डी, कार्यकारी उपाध्यक्ष प्रीता रेड्डी समेत कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।

महिला कैंसर देखभाल में नई क्रांति

GLOBOCAN 2022 के आंकड़ों के अनुसार, भारत में महिलाओं में पाए जाने वाले कुल कैंसर मामलों में 54% मामले ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर के होते हैं। ICMR के नेशनल कैंसर रजिस्ट्री प्रोग्राम के नए अध्ययन से भी यह प्रवृत्ति स्पष्ट होती है, जो महिला स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता को दर्शाता है।
प्रीता रेड्डी ने कहा, “अपोलो एथेना सिर्फ एक अस्पताल नहीं, बल्कि एक आंदोलन है, जिसका उद्देश्य महिलाओं के लिए कैंसर देखभाल को पुनर्परिभाषित करना है।”

केंद्र की प्रमुख सेवाएँ

  • निवारक जांच और उन्नत डायग्नोस्टिक्स
  • सर्जिकल ऑन्कोलॉजी और ब्रेस्ट ऑन्कोप्लास्टी
  • फर्टिलिटी प्रिजर्वेशन और रिकंस्ट्रक्टिव देखभाल
  • ऑन्को-साइकोलॉजी और पोषण समर्थन
  • फिजियोथेरेपी और पैलिएटिव केयर

इन सभी सेवाओं को विशेष रूप से महिलाओं की शारीरिक और भावनात्मक ज़रूरतों को ध्यान में रखकर डिजाइन किया गया है, जिससे एक समग्र और सम्मानजनक उपचार अनुभव सुनिश्चित हो सके।

डिज़ाइन और तकनीक में नवाचार

अपोलो एथेना को न्यूरोएस्थेटिक्स की अवधारणाओं पर आधारित कर डिजाइन किया गया है, जो उपचार वातावरण को रोगी के मानसिक और भावनात्मक स्वास्थ्य के लिए अनुकूल बनाता है। हर वास्तु तत्व रोगी की गोपनीयता, गरिमा और मानसिक शांति को प्राथमिकता देता है।
केंद्र अत्याधुनिक तकनीक से लैस है जो कैंसर की पहचान और उपचार को अत्यधिक सटीक बनाता है।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • GLOBOCAN WHO की एक परियोजना है जो वैश्विक कैंसर आंकड़ों को प्रस्तुत करती है।
  • ब्रेस्ट और सर्वाइकल कैंसर भारत में महिलाओं के बीच सबसे आम कैंसर हैं।
  • ऑन्को-साइकोलॉजी कैंसर रोगियों के मानसिक स्वास्थ्य पर केंद्रित चिकित्सा शाखा है।
  • न्यूरोएस्थेटिक्स वह विज्ञान है जो वातावरण के डिज़ाइन का प्रभाव मस्तिष्क और मानसिक स्वास्थ्य पर समझने का प्रयास करता है।
Originally written on September 18, 2025 and last modified on September 18, 2025.

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