अनंत अंबानी को मिला ग्लोबल ह्यूमैनिटेरियन अवॉर्ड
अनंत अंबानी, जो वाइल्डलाइफ संरक्षण पहल वाण्तारा के संस्थापक हैं, को हाल ही में Global Humane Society द्वारा “Global Humanitarian Award for Animal Welfare” से सम्मानित किया गया है। यह सम्मान उनके वैज्ञानिक दृष्टिकोण, समर्पित नेतृत्व और वन्यजीवों के कल्याण हेतु किये गए व्यापक प्रयासों की अंतरराष्ट्रीय स्तर पर सराहना का प्रतीक है।
वाण्तारा: संरक्षण की नई दिशा
वाण्तारा एक अद्वितीय और व्यापक वन्यजीव संरक्षण केंद्र है, जो भारत में स्थापित हुआ है और अब विश्वभर में एक मॉडल के रूप में देखा जा रहा है। यहाँ घायल, बीमार और संकटग्रस्त जानवरों की देखभाल की जाती है, और उन्हें पुनर्वास के लिए वैज्ञानिक प्रणाली के तहत तैयार किया जाता है।
वाण्तारा का मुख्य उद्देश्य न केवल जानवरों की सुरक्षा है, बल्कि उनके प्राकृतिक आवास की पुनर्स्थापना, प्रजातियों की संख्या में वृद्धि और जैव विविधता को सहेजना भी है।
इस केंद्र की सबसे बड़ी विशेषता इसका वैज्ञानिक दृष्टिकोण है, जहाँ ex-situ (प्राकृतिक आवास के बाहर) और in-situ (प्राकृतिक आवास के भीतर) दोनों प्रकार की संरक्षण रणनीतियाँ अपनाई जाती हैं।
वैश्विक मंच पर अनंत अंबानी की पहचान
Global Humane Society ने अनंत अंबानी को यह पुरस्कार उनके द्वारा स्थापित वाण्तारा की मानवता-आधारित और प्रमाणिक संरक्षण नीतियों के कारण दिया।
इस सम्मान के साथ अनंत अंबानी सबसे युवा और पहले एशियाई व्यक्ति बन गए हैं जिन्हें यह पुरस्कार मिला है — यह उपलब्धि भारत को वन्यजीव संरक्षण के वैश्विक मानचित्र पर मजबूती से स्थापित करती है।
वाण्तारा को “संवेदनशीलता और पुनर्जीवन का तीर्थ” कहा गया है, जहाँ हर जानवर के साथ गरिमा, देखभाल और वैज्ञानिक दृष्टिकोण के साथ व्यवहार किया जाता है।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- अनंत अंबानी Global Humanitarian Award पाने वाले सबसे युवा और पहले एशियाई हैं।
- यह पुरस्कार Global Humane Society द्वारा दिया गया, जो American Humane की अंतरराष्ट्रीय शाखा है।
- वाण्तारा एक ऐसा केंद्र है जो ex-situ और in-situ दोनों तरीकों से संरक्षण करता है।
- वाण्तारा संकटग्रस्त और लुप्तप्राय प्रजातियों के पुनर्स्थापन और आवास सुधार के लिए वैज्ञानिक कार्य करता है।
अनंत अंबानी की यह उपलब्धि भारत के लिए गर्व का विषय है। यह केवल एक व्यक्तिगत सम्मान नहीं, बल्कि भारतीय वन्यजीव संरक्षण की वैश्विक स्वीकृति है। वाण्तारा जैसे संस्थान भविष्य में पर्यावरणीय संतुलन और जैव विविधता की रक्षा में एक बड़ी भूमिका निभाएंगे।