अडवा विजय स्मारक पर प्रधानमंत्री मोदी की श्रद्धांजलि: भारत-इथियोपिया संबंधों को नया आयाम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अडवा विजय स्मारक पर श्रद्धांजलि अर्पित कर इथियोपिया की ऐतिहासिक 1896 की अडवा युद्ध में विजय को सम्मानित किया। यह यात्रा न केवल अफ्रीका की उपनिवेश-विरोधी विरासत के प्रति भारत के सम्मान को दर्शाती है, बल्कि भारत-इथियोपिया के ऐतिहासिक और रणनीतिक संबंधों को भी और प्रगाढ़ करती है।
अडवा युद्ध का ऐतिहासिक महत्व
1896 में लड़ी गई अडवा की लड़ाई इथियोपियाई सेनाओं की इटली की औपनिवेशिक ताकतों पर निर्णायक विजय थी। इस युद्ध ने इथियोपिया की संप्रभुता को बनाए रखा जब पूरा अफ्रीकी महाद्वीप विदेशी शासन के अधीन था। यह संघर्ष उपनिवेशवाद के विरुद्ध अफ्रीकी एकता, साहस और आत्मनिर्णय का प्रतीक बन गया। अडवा विजय स्मारक पूरे अफ्रीका के लिए प्रेरणा का स्रोत है।
अडवा विजय स्मारक और संग्रहालय
आधुनिक स्थापत्य शैली में बना अडवा विजय स्मारक परिसर इथियोपिया की आज़ादी और स्वतंत्रता संग्राम का उत्सव मनाता है। इसमें स्थित संग्रहालय में ऐतिहासिक वस्तुएं, युद्ध में प्रयुक्त हथियार, और लड़ाई के दृश्य दर्शाते डायरामा शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, यह परिसर सम्मेलन हॉल, एम्फीथिएटर और पुस्तकालय जैसी सुविधाओं से युक्त है, जो सांस्कृतिक, शैक्षणिक और पर्यटन गतिविधियों का केंद्र बन गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने इस संग्रहालय का भ्रमण किया और इथियोपिया के इतिहास की जानकारी प्राप्त की।
संसद संबोधन और राजनयिक वार्ताएं
प्रधानमंत्री मोदी ने इथियोपिया की संसद के संयुक्त सत्र को भी संबोधित किया, जहां उन्हें सांसदों से स्टैंडिंग ओवेशन प्राप्त हुआ। यह उनका 18वां ऐसा संबोधन था जो किसी अन्य देश की संसद में दिया गया। इथियोपिया के प्रधानमंत्री अबी अहमद अली के आमंत्रण पर की गई यह दो दिवसीय यात्रा दोनों देशों के बढ़ते रणनीतिक सहयोग को रेखांकित करती है। विशेष रूप से, पीएम अबी ने पीएम मोदी का हवाई अड्डे पर स्वागत किया और स्वयं उन्हें होटल तक लेकर गए। उन्होंने चांदनी विज्ञान संग्रहालय और फ्रेंडशिप पार्क का भी दौरा कराया।
खबर से जुड़े जीके तथ्य
- अडवा युद्ध 1896 में इथियोपियाई और इटली की सेनाओं के बीच लड़ा गया था।
- इस युद्ध के बाद इथियोपिया उपनिवेश काल में स्वतंत्र बना रहा।
- अडवा विजय स्मारक अदीस अबाबा में स्थित है।
- पीएम मोदी अब तक 18 देशों की राष्ट्रीय संसदों को संबोधित कर चुके हैं।
प्रधानमंत्री मोदी को इस दौरान इथियोपिया का सर्वोच्च नागरिक सम्मान ‘ग्रेट ऑनर निशान ऑफ इथियोपिया’ भी प्रदान किया गया, जो दोनों देशों के घनिष्ठ संबंधों का प्रतीक है। इथियोपिया में भारतीय समुदाय द्वारा किया गया गर्मजोशी भरा स्वागत दोनों देशों के बीच गहरे जन-संपर्क को दर्शाता है। यह यात्रा भारत-अफ्रीका सहयोग की दिशा में एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित हुई है।