अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन सम्मेलन में भारत ने शुरू की वैश्विक सौर ऊर्जा पहलकदमियाँ

अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन सम्मेलन में भारत ने शुरू की वैश्विक सौर ऊर्जा पहलकदमियाँ

28 अक्टूबर 2025 को नई दिल्ली में आयोजित अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन (ISA) के आठवें सत्र में भारत ने स्वच्छ, न्यायसंगत और परिपत्र सौर ऊर्जा प्रणालियों की दिशा में वैश्विक संक्रमण को गति देने के लिए कई प्रमुख पहलकदमियाँ शुरू कीं। इन पहलों के माध्यम से ISA ने केवल वकालत से क्रियान्वयन की ओर कदम बढ़ाया है, विशेषकर वैश्विक दक्षिण के लिए सौर ऊर्जा को सुलभ, किफायती और टिकाऊ बनाने के उद्देश्य से।

SUNRISE: सौर कचरे से हरित नवाचार की ओर

SUNRISE (Solar Upcycling Network for Recycling, Innovation & Stakeholder Engagement) पहल सौर पैनलों और उपकरणों के जीवन चक्र के अंत में उनके पुनः उपयोग और नवाचार को बढ़ावा देगी। यह नेटवर्क सरकारों, उद्योगों और नवप्रवर्तकों को जोड़कर एक परिपत्र सौर अर्थव्यवस्था विकसित करेगा, जिससे हरित उद्योगों का विकास और रोजगार के नए अवसर सृजित होंगे।

OSOWOG: सौर ग्रिड से महाद्वीपों को जोड़ना

‘One Sun One World One Grid’ (OSOWOG) पहल के तहत ISA सीमावर्ती सौर ग्रिड इंटरकनेक्शन की व्यवहार्यता और नियामकीय ढांचे पर कार्य करेगा। प्राथमिक कड़ियाँ दक्षिण एशिया-पूर्वी एशिया, दक्षिण एशिया-मध्य पूर्व, मध्य पूर्व-यूरोप, और यूरोप-अफ्रीका के बीच प्रस्तावित हैं। यह पहल स्वच्छ ऊर्जा व्यापार और ऊर्जा लचीलापन को बढ़ावा देगी।

GCC और ISA अकादमी: नवाचार और प्रशिक्षण का केंद्र

ISA द्वारा शुरू किया गया Global Capability Centre (GCC), “सौर का सिलिकॉन वैली” बनने की दिशा में एक कदम है। यह केंद्र STAR-C मॉडल के तहत राष्ट्रीय अनुसंधान और प्रशिक्षण संस्थानों को जोड़ेगा। ISA अकादमी के माध्यम से, यह AI आधारित सीखने के प्लेटफ़ॉर्म द्वारा वैश्विक स्तर पर सौर ज्ञान को सुलभ बनाएगा।

SIDS खरीद प्लेटफॉर्म: द्वीपीय देशों के लिए ऊर्जा सुरक्षा

विश्व बैंक के सहयोग से विकसित SIDS (Small Island Developing States) खरीद प्लेटफॉर्म ऊर्जा पहुंच, सामर्थ्य और स्थायित्व के लिए 16 द्वीपीय राष्ट्रों को एक साझा मंच पर लाता है। यह प्लेटफॉर्म वित्तीय सुविधा, मांग पूलिंग और सौर प्रणालियों की क्षमता निर्माण के लिए सामूहिक प्रयासों को गति देगा।

खबर से जुड़े जीके तथ्य

  • ISA की स्थापना 2015 में भारत और फ्रांस द्वारा COP21 (पेरिस) में की गई थी।
  • ISA में वर्तमान में 125 सदस्य और हस्ताक्षरकर्ता देश शामिल हैं।
  • OSOWOG पहल पहली बार 2018 में अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर प्रस्तावित हुई थी।
  • GCC का उद्देश्य भारत को वैश्विक सौर अनुसंधान और नवाचार केंद्र बनाना है।
Originally written on November 1, 2025 and last modified on November 1, 2025.

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