अंतर्राष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी दिवस : 9 दिसम्बर

अंतर्राष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी दिवस : 9 दिसम्बर

प्रतिवर्ष विश्व भर में 9 दिसम्बर को अंतर्राष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी दिवस के रूप में मनाया जाता है। इसका उद्देश्य भ्रष्टाचार के विरुद्ध जागरूकता फैलाना है।

हाल ही में ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल द्वारा एक सर्वेक्षण किया गया, उस सर्वेक्षण के मुताबिक एशिया के 74% लोगों का मानना ​​है कि सरकारी भ्रष्टाचार उनके देशों को परेशान करने वाली सबसे बड़ी समस्याओं में से एक है। ट्रांसपेरेंसी इंटरनेशनल के सर्वेक्षण में 17 देशों में 20,000 उत्तरदाता शामिल थे। पिछले 12 महीनों में सार्वजनिक सेवाओं तक पहुँचने के दौरान पाँच में से एक व्यक्ति (19 प्रतिशत) ने रिश्वत दी।

अंतर्राष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी दिवस

अंतर्राष्ट्रीय भ्रष्टाचार विरोधी दिवस की स्थापना 31 अक्टूबर, 2003 को संयुक्त राष्ट्र द्वारा प्रस्ताव पारित करने के बाद की गयी थी। वर्तमान में  विश्व का कोई देश व क्षेत्र भ्रष्टाचार से अछूता नहीं है, भ्रष्टाचार का स्वरुप राजनीतिक, सामाजिक तथा आर्थिक हो सकता है। इस दिवस का आयोजन संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम तथा संयुक्त राष्ट्र ड्रग्स व अपराध कार्यालय द्वारा किया जाता है। इस दिवस पर कई सम्मेलन, अभियान इत्यादि शुरू किये जाते हैं, इसके द्वारा भ्रष्टाचार के सन्दर्भ में जागरूकता फैलाने का कार्य किया जाता है।

टेस ब्राइबरी रिस्क मैट्रिक्स में भारत

19 नवंबर 2020 को ट्रेस द्वारा Global Bribery Risk Matrix जारी किया गया था। वैश्विक सूची में भारत 45 के स्कोर के साथ 77वें स्थान पर है। 2019 में, भारत 48 के स्कोर के साथ 78वें स्थान पर था। 2020 में, भारत ने चीन, पाकिस्तान, बांग्लादेश और नेपाल की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया है। भूटान एकमात्र ऐसा पड़ोसी था जिसने भारत से बेहतर रैंकिंग प्राप्त की है। भूटान ने सूची में 48वां रैंक हासिल किया है

Originally written on December 9, 2020 and last modified on December 9, 2020.

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