अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी
अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी 1974 के तेल संकट के कारण स्थापित एक अंतर सरकारी संगठन है। इसके 30 सदस्य राष्ट्र सार्वजनिक आपातकालीन तेल शेयरों में 1.55 बिलियन बैरल रखते हैं। भारत इस एजेंसी का सदस्य नहीं है। सदस्य बनने के लिए कुछ आवश्यकताओं को पूरा करना होगा, जैसे कि कम से कम 90 दिनों के शुद्ध आयात के बराबर आपातकालीन तेल भंडार को बनाए रखना। IEA और भारत ने हाल ही में ‘रणनीतिक साझेदारी ढांचे’ पर हस्ताक्षर किए हैं।
Originally written on
February 11, 2021
and last modified on
February 11, 2021.