शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह दोगुना होकर 1.86 लाख करोड़ रुपये हुआ

शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह दोगुना होकर 1.86 लाख करोड़ रुपये हुआ

इस वित्तीय वर्ष में अर्थव्यवस्था पर COVID-19 महामारी के कारण काफी बुरा प्रभाव पड़ा है, परन्तु इसके बावजूद शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह में वृद्धि हुई है। वित्त मंत्रालय के मुताबिक पिछले वित्त वर्ष की इसी अवधि की तुलना में इस वित्तीय वर्ष में शुद्ध प्रत्यक्ष कर संग्रह 100% से अधिक बढ़ा है।

मुख्य बिंदु

वित्त मंत्रालय के अनुसार शुद्ध संग्रह पिछले वर्ष की इसी अवधि में 92,762 करोड़ रुपये की तुलना में 1,85,871 करोड़ रुपये है। इस वित्तीय वर्ष के लिए प्रत्यक्ष कर का सकल संग्रह पिछले वर्ष की इसी अवधि में 1,37,825 करोड़ रुपये की तुलना में 2,16,602 करोड़ रुपये है। इस वित्तीय वर्ष के लिए अग्रिम कर संग्रह 28,780 करोड़ रुपये है जो पिछले वर्ष की इसी अवधि की तुलना में लगभग 146% की वृद्धि दर्शाता है।

केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT)

केन्द्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड आयकर विभाग की नीति निर्माण के लिए नोडल एजेंसी है, आयकर विभाग केन्द्रीय वित्त मंत्रालय के अधीन कार्य करता है। यह एक संवैधानिक संस्था है, इसकी स्थापना केन्द्रीय राजस्व बोर्ड अधिनियम, 1963 के अंतर्गत की गयी है। प्रत्यक्ष कर नीति निर्माण के सन्दर्भ में यह देश की सर्वोच्च संस्था है, यह बोर्ड देश में प्रत्यक्ष कर कानून प्रवर्तन के लिए भी उत्तरदायी है।

Originally written on June 17, 2021 and last modified on June 17, 2021.

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