यूनाइटेड नेशंस चिल्ड्रन्स फंड (UNICEF)
UNICEF की रिपोर्ट "लर्निंग इंटरप्टेड: ग्लोबल स्नैपशॉट ऑफ क्लाइमेट-रिलेटेड स्कूल डिसरप्शंस" 24 जनवरी 2025 को जारी की गई थी। 2024 में जलवायु घटनाओं के कारण वैश्विक स्तर पर कम से कम 242 मिलियन छात्रों की पढ़ाई बाधित हुई। इस रिपोर्ट ने 85 देशों में व्यवधानों का विश्लेषण किया, जिसमें शिक्षा पर असर डालने वाले 119 जलवायु खतरों की पहचान की गई। गर्मी की लहरों ने सबसे अधिक व्यवधान पैदा किए, जिससे 171 मिलियन छात्र प्रभावित हुए, खासकर अप्रैल, मई, जून और जुलाई में। उष्णकटिबंधीय चक्रवात, तूफान, बाढ़ और सूखे ने भी स्कूल बंद और देरी में योगदान दिया। दक्षिण एशिया सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्र था, जहां 128 मिलियन छात्र प्रभावित हुए, इसके बाद पूर्वी एशिया और लैटिन अमेरिका का स्थान था। लगभग 1 बिलियन बच्चे जलवायु-संबंधी व्यवधानों के उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में रहते हैं।
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