Q. निम्नलिखित घटनाओं पर विचार करें:
I. नील विद्रोह
II. संथाल विद्रोह
III. दक्कन दंगा
IV. सिपाही विद्रोह
इन घटनाओं का सही कालानुक्रमिक क्रम क्या है?
Answer:
II, IV, I, III
Notes: नील विद्रोह 1859 में बंगाल में नील किसानों द्वारा नील बागानों के खिलाफ किया गया एक किसान आंदोलन था। इसका कारण 1777 में फ्रांसीसी लुई बोनार्ड द्वारा बंगाल में नील की खेती की शुरुआत थी।
संथाल विद्रोह 30 जून 1855 को शुरू हुआ और 10 नवंबर 1855 को मार्शल लॉ लागू किया गया, जो 3 जनवरी 1856 तक जारी रहा। इसके बाद ब्रिटिश समर्थक सैनिकों द्वारा इस आंदोलन को क्रूरता से दबा दिया गया। इस विद्रोह का नेतृत्व चार मुर्मू भाइयों - सिद्धू, कान्हू, चांद और भैरव ने किया।
दक्कन दंगे 1875 में हुए। इस दौरान किसानों ने उस बाजार पर हमला किया जहां कई महाजन रहते थे। उन्होंने खाता-बही जला दी, अनाज की दुकानों को लूटा और साहूकारों के घरों में आग लगा दी। इन किसानों का नेतृत्व गांव के मुखियाओं ने किया।
भारतीय विद्रोह, जिसे सिपाही विद्रोह या प्रथम स्वतंत्रता संग्राम भी कहा जाता है, 1857-59 में ब्रिटिश शासन के खिलाफ एक व्यापक लेकिन असफल विद्रोह था। यह मेरठ में ब्रिटिश ईस्ट इंडिया कंपनी की सेवा में भारतीय सैनिकों (सिपाहियों) द्वारा शुरू किया गया और दिल्ली, आगरा, कानपुर और लखनऊ तक फैल गया।
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