गोवा बना पहला रेबीज मुक्त राज्य (India’s First Rabies-free State)

गोवा भारत का पहला रेबीज मुक्त राज्य बन गया है। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत (Pramod Sawant) के अनुसार, राज्य में पिछले तीन वर्षों में एक भी रेबीज का मामला सामने नहीं आया है।
मुख्य बिंदु
- मुख्यमंत्री ने प्रकाश डाला कि गोवा ने कुत्तों में रेबीज के खिलाफ 5,40,593 टीकाकरण हासिल किया है।
- राज्य ने लगभग एक लाख लोगों को कुत्ते के काटने की रोकथाम के बारे में शिक्षित किया है और 24 घंटे रेबीज निगरानी स्थापित की है जिसमें कुत्ते के काटने वाले पीड़ितों के लिए एक आपातकालीन हॉटलाइन और त्वरित प्रतिक्रिया टीम शामिल है।
- रेबीज को नियंत्रित करने का कार्य मिशन रेबीज (Mission Rabies) परियोजना द्वारा किया जा रहा था।
मिशन रेबीज (Mission Rabies)
यह एक चैरिटी है, जिसे शुरू में वर्ल्डवाइड वेटरनरी सर्विस (WVS) द्वारा एक पहल के रूप में स्थापित किया गया था। यह यूनाइटेड किंगडम स्थित एक चैरिटी समूह है जो जानवरों की सहायता करता है। मिशन रेबीज ‘वन हेल्थ अप्रोच’ के साथ काम करता है जो कुत्ते के काटने से होने वाली रेबीज बीमारी को खत्म करने के लिए अनुसंधान द्वारा संचालित है। इसे सितंबर 2013 में भारत में रेबीज के खिलाफ 50,000 कुत्तों का टीकाकरण करने के उद्देश्य से शुरू किया गया था। रेबीज के कारणसालाना 59,000 लोगों की मौत हो जाती है। मिशन रेबीज टीमों ने 2013 से 9,68,287 कुत्तों का टीकाकरण किया है। इस संगठन ने तमिलनाडु, केरल, आंध्र प्रदेश, उड़ीसा, महाराष्ट्र, पश्चिम बंगाल, गोवा, झारखंड, राजस्थान और असम राज्यों में काम किया है।
रेबीज (Rabies)
WHO के अनुसार, रेबीज एक वैक्सीन-रोकथाम योग्य वायरल बीमारी है जो लगभग 150 देशों और क्षेत्रों में मौजूद है। मनुष्यों में रेबीज संक्रमण के 99% योगदान के लिए कुत्ते जिम्मेदार हैं। एशिया और अफ्रीका क्षेत्रों में, कुत्ते के काटने के बाद स्वास्थ्य देखभाल की आवश्यकता के बारे में कम जागरूकता प्रति वर्ष लगभग 55000 लोगों की जान लेती है। भारत रेबीज के लिए स्थानिकमारी वाला देश है, जहां दुनिया की 36% मौतों का बोझ है।